प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक आयोजित
सिंगरौली : मध्यप्रदेश शासन की लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग एवं सिंगरौली जिले की प्रभारी मंत्री सम्पतिया उईके के अध्यक्षता में एवं राज्यमंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री राधा सिंह, सिंगरौली विधान सभा के विधायक राम निवास शाह, देवसर विधानसभा के विधायक राजेन्द्र मेश्राम, सिहावल विधानसभा के विधायक विश्वामित्र पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह महापौर रानी अग्रवाल, प्राधिकरण अध्यक्ष दिलीप शाह, नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय, कलेक्टर गौरव बैनल, पुलिस अधीक्षक मनीश खत्री, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जगदीश गोमे,भाजपा जिलाध्यक्ष सुन्दर लाल शाह सहित समिति के सदस्यो के गरिमामय उपस्थिति में जिला विकास सलाहकार सिमिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री ने समिति के सदस्यो को अपनी शुभकामनाए देते हुयें अवगत कराया कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के मशानुसार 2047 में प्रदेश की संरचना कैसी हो उसके संबंध में अलग अलग क्षेत्र जिन में व्यापार, समाजसेवी, प्रौद्योगिकी आदि वर्गो के प्रतिनिधियों को शामिल कर जिला विकास सलहकार समिति का गठन किया गया है। इस समिति का मुख्य उद्देश्य जिले के सम्पूर्ण विकास हेतु सभी महत्वपूर्ण विंदुओ पर अपना सुझाव देना है ताकि जिले का विकास तैयार किए गयें विजन 2047 के अनुसार हो सके। बैठक के प्रांरभ में कलेक्टर गौरव बैनल द्वारा प्रभारी मंत्री सहित समिति के सदस्यो का स्वागत करते हुयें विजन भारत 2047 के मुकामो को हासिल करने में सिंगरौली जिला किस प्रकार अपना योगदान देगा इस संबंध में प्रभारी मंत्री सहित उपस्थित समिति के सदस्यों को जिले के विकास हेतु अधोसंरचना, उद्योग,स्वरोजगार, स्वास्थ्य, नगरीय विकास, ग्रामीण विकास,शिक्षा एवं कौशल के महत्वपूर्ण पहलुओ के संबंध में विस्तार से अवगत कराया गया।
प्रभारी मंत्री ने समिति द्वारा प्रस्तावित सभी सुझावो से अवगत होने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री सडक योजना अंतर्गत 250 से अधिक आबादी वाले ऐसे ग्रामो को जिनमें जिन में पहुच मार्ग की आवश्यकता हो उन्हे विधानसभावार चिन्हित कर समिति अपने विधायको के माध्यम से प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करे ताकि ग्रामो में सुगम आवागमन हेतु पहुच मार्ग उपलंब्ध कराया जा सके। उन्होने कहा कि जिले में सिचिंत भूमि के क्षेत्रफल को बढ़ाये जाने की आवश्यकता है जिसके लिए लघु एवं मध्यम सिचाई परियोजनाओ को शीघ्र ही संचालित किया जाये। इसकी साथ ही इन परियोजनाओ के सर्वे में छूटे हुयें क्षेत्रो को चिन्हित कर समिति प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करे। उन्होने कहा कि उर्जा एवं विद्युतीकरण जिले के विकास की महत्वपूर्ण नीव है इसे हर घर तक पहुचना हमारा प्राथमिक कर्तव्य बनता है अतः विद्युतीकरण से वंचित दूरस्थ मझरे टोलो को चिन्हित कर उन क्षेत्र में विद्युतीकरण किया जाना सुनिश्चित करे। नवीन उर्जा के स्त्रोत जैसे सौर उर्जा को विभिन्न सरकारी योजनाओ के माध्यम से किसानो तक पहुचाया जायें। जिसके लिए प्रचार प्रसार कर जागरूक करे।
प्रभारी ने उद्योग एवं रोंजगार के विंदुओ पर चर्चा करते कहा कि उद्योगीकरण हेतु एमपीआईडीसी निर्धारित किए गए औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगो के लिए जमीन आवंटन किया जायें। साथ ही देवसर एवं चितरंगी क्षेत्रांतर्गत औद्योगिक क्षेत्र विकशित करने हेतु प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए जायें। उन्होने कहा कि जिलें में सभी वर्गो में सहकारी समितियों का गठन किया जायें ताकि वित्त सहकारिता, दुग्ध उत्पादन, मछली पालन जैसे महत्वपूर्ण व्यावसयो को बढ़ावा दिया जाकर जिलें के आर्थिक विकास में वृद्धि की जा सके। साथ ही यह सुनिश्चित करे कि इन समितियों कार्यो में एकरूपता रखी जायें। उन्होने कहा कि सिंगरौली जिलें में आजीविका मिशन के माध्यम से 28 हजार 947 लखपति दीदीयों को स्वरोजगार दिया जा रहा है जो सराहनीय पहल है। हमे प्रयास करना होगा कि सिंगरौली जिले के विशेषता अनुसार आजीविका समूहो को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाये। जिसमें कोदी कुटकी उत्पाद को बढ़ावा देते हुयें दीदी कैफे के माध्यम से आजीविका समूह से जुड़ी महिलाओ को रोजगार मिल सके। जिले मे रोजगार को बड़ाने हेतु प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले में संचालित सभी आईटीआई कम्पनियों से समन्वय कर कम्पनियो द्वारा उनके आवश्यकता अनुसार छात्रो में कौशल विकास कर रोजगार उपलंब्ध करायें। प्रभारी मंत्री इको टूरिज्म को बढ़ावा देने हेतु कहा कि जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलो को चिन्हित कर उनका समुचित विकास किया जाना सुनिश्चित करे।
बैठक के अंत में प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश के मख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में सिंगरौली जिले में विगत दो वर्षो में कई विकास कार्यो को मूर्त रूप दिया गया है जिसमें परसौना से माड़ा फोरलेन सड़क निर्माण तथा बरगवा से परसौना फोरलेन सड़क निर्माण, सीधी टिकरी से सरई रजमिलान मार्ग, चितरंगी से चितावल, तमई, झरकाटा बरवाडीह घोरवाल मार्ग उत्तर प्रदेश सीमा तक के मार्ग प्रस्तावित है। जिले को मेडिकल कालेज, माईनिंग कालेज, पी.जी कालेज, सिंगरौलिया हवाई पट्टी को हवाई अड्डा के रूप में विकशित किए जाने के साथ साथ सिंगरौली जिलें में दो वृहद एवं दो लघु सिचाई योजना का निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत जिले का कुल सिचाई क्षेत्र 7 प्रतिशत से बढ़कर 51 प्रतिशत हो जायेगा। इसके अलावा भी जिले के अन्य विकास कार्यो की स्वीकृती प्रदान की गई है। बैठक के दौरान समिति के सदस्य एवं जिलाधिकारी उपस्थित रहे।
संवाददाता : संतोष पनिका

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