सपा प्रमुख अखिलेश ने प्रदेश सरकार पर बोला तीखा हमला...शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने का लगाया आरोप

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि वह शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने पर आमादा है। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की नीतियां गरीबों और वंचितों को शिक्षा से वंचित करने की दिशा में काम कर रही हैं। सरकारी स्कूलों के विलय से ड्रॉपआउट रेट बढ़ेगा और लाखों बच्चे शिक्षा से दूर हो जाएंगे। सपा मुखिया ने योगी सरकार के एक फैसले पर कहा कि स्कूल मर्जर सोची समझी रणनीति है, जिससे गरीबों को शिक्षा से दूर कर सके।

शिक्षा का मतलब समझती ही नहीं बीजेपी सरकार-

अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव खुद एक शिक्षक थे और शिक्षक के तौर पर उन्होंने हमेशा शिक्षा को प्राथमिकता दी। एक शिक्षक का बेटा होने के नाते शिक्षकों का दर्द मैं समझ सकता हूं। आज प्रदेश में दो लाख से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं, लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। शिक्षामित्र और 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही है।

समाजवादी पार्टी हमेशा शिक्षकों के साथ है- सपा मुखिया

सपा मुखिया ने कहा कि शिक्षकों और बच्चों के अभिभावकों को जितनी जल्दी ये बात समझ आ जाएगी कि भाजपा सरकार शिक्षक और शिक्षा के खिलाफ है उतनी ही जल्दी परिवर्तन के लिए जमीन बननी शुरू हो जाएगी। आरक्षण विरोधी भाजपा के एजेंडे में नौकरी नहीं है। यह सरकार हृदयहीन है, जिसमें संवेदना न हो, वो सरकार नहीं चाहिए किसी को। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा शिक्षकों के साथ है, जो बरसों से अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। जब कभी समाजवादी पार्टी को मौका मिलेगा तो उनकी समस्याओं का समाधान करने का काम हम करेंगे।

बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति और डी-कंपनी पर वार

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि स्कूल मर्जर सोची समझी रणनीति है, जिससे गरीबों को शिक्षा से दूर कर सके। यह तमाम बातें पढ़ाई की, बच्चों की, परिवार वाले ही समझ सकते हैं। सपा मुखिया ने कहा कि बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति है, डिवाइड एंड रुल करने की राजनीत है। यह वो पॉलिटिकल पार्टी है, जिस विचारधारा को कभी अंग्रेजों ने बनाया था। साथ ही कहा कि D कंपनी किसको बोलते है? मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर का लेनदेन तो D कंपनी से ही था इसीलिए उन्हें याद आ रही। अखिलेश यादव ने कहा कि झांसी का पता करना आप लोग, ना जाने कितनी लूट है वहां बालू और खनन की।

डिजिटल अटेंडेंस सिर्फ उत्पीड़न का साधन-

अखिलेश ने कहा कि शिक्षकों को परेशान करने के लिए सरकार ने बिना आवश्यक संसाधनों के डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम थोप दिया है। जहां बिजली नहीं, इंटरनेट नहीं, वहां कैसे अटेंडेंस ली जाएगी? उन्होंने कहा कि सरकार को अगर कुछ समझ होता, तो ये कभी लागू नहीं करती। शिक्षक जब समस्याएं लेकर आते हैं तो बीजेपी सरकार बहरी बन जाती है।

सपा मुखिया ने बताया कि एक शिक्षक ने उन्हें बताया कि ट्रांसफर के लिए 5 लाख रुपये तक की मांग की जा रही है। सरकार में भ्रष्टाचार इस कदर है कि ट्रांसफर से लेकर नियुक्ति तक सब बिक रहा है। शिक्षकों के पास रहने को आवास नहीं, स्कूल तक समय पर पहुंचना मुश्किल है, और सरकार केवल कागज़ी विकास दिखा रही है।

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.