पीएम मोदी ने 'मन की बात' में किया 'सचेत एप' का जिक्र, जानें कैसे बचाएगा यह एप बाढ़, भूकंप और तूफान से 'सचेत एप' से सुरक्षा का नया तरीका

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 'मन की बात' के 121वें एपिसोड में एक महत्वपूर्ण तकनीकी पहल, 'सचेत एप' का जिक्र किया। यह एप खासकर प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा विकसित किया गया है। पीएम मोदी ने इस एप की उपयोगिता और इसकी कार्यप्रणाली पर जोर देते हुए कहा कि यह हर नागरिक को आपदा से पहले चेतावनी देने में मदद करेगा।

'सचेत एप' का काम और इसके फायदे

'सचेत एप' का मुख्य उद्देश्य यह है कि हर नागरिक को आपदाओं से पहले सूचना मिल सके, ताकि वे सही समय पर सुरक्षा उपाय कर सकें। इस एप के माध्यम से मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट सीधे आपके मोबाइल फोन तक पहुंचेंगे। उदाहरण के लिए, बाढ़, भूकंप, तूफान या अन्य आपदाओं के बारे में समय रहते जानकारी प्राप्त होगी।

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि इस एप में क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोग इसे आसानी से समझ सकेंगे।

सभी को 'सचेत एप' डाउनलोड करने की अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशवासियों से अपील की कि वे 'सचेत एप' को डाउनलोड करें और खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि इस एप के जरिए लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए समय रहते अलर्ट मिलेगा, जिससे वे किसी भी आपदा के समय सही कदम उठा सकेंगे।

जलवायु परिवर्तन और बढ़ते प्राकृतिक आपदाओं के बीच 'सचेत एप' की अहम भूमिका
प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ रहे प्राकृतिक आपदाओं के खतरे की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में 'सचेत एप' जैसे तकनीकी साधन हर भारतीय के लिए एक 'सेफ्टी गार्ड' की तरह काम कर सकते हैं, जो लोगों को समय रहते चेतावनी दे सके।

इस पहल के जरिए प्रधानमंत्री ने तकनीक का उपयोग कर देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। 'सचेत एप' से संबंधित अलर्ट और चेतावनियां लोगों के जीवन को सुरक्षित और बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

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