पावरबैंक खरीदने जा रहे हैं? ज़रा ठहरिए, ये ज़रूरी बातें जान लीजिए

सोचिए, आप बाहर घूमने निकले हैं, फोन की बैटरी 10% पर है, चारों ओर चार्जिंग पॉइंट का नामोनिशान नहीं। ऐसे में जो आपकी सबसे बड़ी मदद करेगा, वो है एक अच्छा पावरबैंक। लेकिन अगर वही पावरबैंक दो बार में ही थक जाए या फोन को धीमे-धीमे रेंगकर चार्ज करे, तो मजा किरकिरा हो जाएगा।

तो कैसे चुनें एक ऐसा पावरबैंक जो सही मायनों में आपका भरोसेमंद साथी साबित हो? आइए जानते हैं, लेकिन इस बार थोड़े दिलचस्प अंदाज़ में।

1. mAh का मतलब जानिए – यही है असली ताकत

mAh यानी मिलीएंपियर-ऑवर। यह पावरबैंक की क्षमता होती है कि वह कितनी बार आपके डिवाइस को चार्ज कर सकता है।

  • अगर आपका फोन एक बार में 4000mAh की बैटरी खाता है, और आप दिन में दो बार चार्ज करते हैं, तो कम से कम 10,000mAh का पावरबैंक होना चाहिए।

  • टैबलेट, कैमरा या एक से ज़्यादा फोन चार्ज करने हैं, तो 20,000mAh या उससे ज़्यादा क्षमता वाला पावरबैंक बेहतर रहेगा।

ध्यान रखें – जितनी ज़्यादा mAh, उतना ज़्यादा वजन भी। जरूरत के हिसाब से संतुलन बनाएं।

2. चार्जिंग स्पीड – धीरे नहीं, तेज़ी से चाहिए

कोई भी नहीं चाहता कि फोन चार्ज होने में घंटों लगे। इसलिए पावरबैंक ऐसा होना चाहिए जो फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता हो।

  • देखिए कि उसमें Quick Charge या Power Delivery जैसी टेक्नोलॉजी दी गई है या नहीं।

  • आउटपुट रेटिंग कम से कम 2.0A या उससे ऊपर होनी चाहिए – तभी वो तेज़ चार्ज करेगा।

धीमे-धीमे फोन चार्ज करने वाला पावरबैंक आजकल आउट ऑफ फैशन है।

3. कितने पोर्ट? मतलब कितने गैजेट साथ चार्ज होंगे

अगर आप अकेले हैं और सिर्फ अपना फोन चार्ज करना है, तो एक पोर्ट काफी है।
लेकिन अगर दोस्त, भाई या ऑफिस के फोन को भी पावर देना है, तो दो या तीन पोर्ट वाला पावरबैंक लें।

और अगर उसमें USB Type-C पोर्ट है, तो और भी अच्छा। ये दोनों तरफ से काम करता है – यानी खुद भी जल्दी चार्ज होता है और डिवाइस को भी फास्ट चार्ज करता है।

4. साइज और वजन – जेब में आए या बैग में ही ढूंढते रह जाएं?

सही पावरबैंक वो है जो ताकतवर हो लेकिन बोझ न बने।

  • रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए हल्का, पॉकेट फ्रेंडली पावरबैंक चुनें।

  • ट्रैवल के लिए थोड़े बड़े और ज्यादा mAh वाले पावरबैंक चल सकते हैं, लेकिन उनका वजन भी ध्यान में रखें।

हर रोज 500 ग्राम का पावरबैंक लेकर घूमना मज़ेदार नहीं होता।

5. सेफ्टी सबसे ज़रूरी – वरना फायदे की जगह नुकसान

हर सस्ता सामान फायदेमंद नहीं होता, खासकर जब बात हो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की।

अच्छे पावरबैंक में ये सुरक्षा फीचर जरूर होने चाहिए:

  • ओवरचार्ज से सुरक्षा

  • शॉर्ट सर्किट से बचाव

  • अत्यधिक गर्म होने से रोकथाम

  • ऑटो कट-ऑफ फीचर

साथ ही, भरोसेमंद ब्रांड से खरीदना ज़रूरी है – जैसे Mi, Realme, Anker, Ambrane, Samsung वगैरह।

6. कुछ एक्स्ट्रा बातें जो बड़ा फर्क लाती हैं

  • LED इंडिकेटर – जिससे पता चले कि बैटरी कितनी बची है

  • कुछ पावरबैंक्स में टॉर्च भी होती है – काम की चीज़

  • अब कुछ मॉडल वायरलेस चार्जिंग भी देने लगे हैं – बिना केबल के चार्जिंग, काफी सुविधाजनक

पावरबैंक सिर्फ एक गैजेट नहीं, एक तरह का ‘बैकअप दोस्त’ है – जो तब काम आता है जब सब कुछ जवाब दे जाए। इसलिए इसे खरीदते समय जल्दबाज़ी न करें। ध्यान से सोचें, अपनी ज़रूरतों को समझें और एक ऐसा पावरबैंक चुनें जो साथ निभा सके।

संक्षेप में ध्यान रखने वाली बातें:

  • 10,000mAh या 20,000mAh – आपकी जरूरत पर निर्भर

  • फास्ट चार्जिंग सपोर्ट हो

  • 2 या ज्यादा पोर्ट

  • सेफ्टी फीचर अनिवार्य

  • विश्वसनीय ब्रांड चुनें

  • साइज और वजन पर ध्यान दें

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