धरती के भीतर — सूरज की किरणें कभी नहीं पहुंचीं, वहाँ छुपा है एक ज़िंदा संसार!

 

हम मंगल और बाहरी ब्रह्मांड में एलियंस की खोज करते रहते हैं, पर क्या कभी सोचा है कि हमारी ही धरती के अंदर भी कहीं गहरे, अंधकारमय कोनों में जीवन फूल रहा है? हाँ, वो जीवन जो न सूरज की रोशनी देख पाया, न हवा के झोंके को महसूस किया।

चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी रहस्यमयी खोज की है जिसने पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों को हिला कर रख दिया है। कनाडा के सहयोग से, उन्होंने धरती के अंदरूनी भाग में, जहां तक रोशनी की किरणें कभी नहीं पहुंचती, जीवों की मौजूदगी का सबूत पाया है। ये सूक्ष्मजीव न केवल जीवित हैं, बल्कि वे रोजमर्रा के भूकंपों से ऊर्जा लेकर अपने जीवन का चक्र चलाते हैं।

अंधेरे में जीवित — धरती के छुपे हुए योद्धा!
पहले माना जाता था कि धरती की सतह से कई किलोमीटर नीचे ज़िंदगी की कोई गुंजाइश नहीं है, लेकिन ये खोज सारे पुराने विश्वासों को झटका देती है। ये प्रोकैरियोट्स — जिनके पास जटिल कोशिका अंग नहीं होते, लेकिन वे अत्यंत शक्तिशाली और जिंदादिल हैं — पृथ्वी की लगभग 95% सूक्ष्म जीवन की आबादी हो सकते हैं!

कैसे जिंदा रहते हैं ये अनोखे जीव?
चीनी वैज्ञानिक प्रोफेसर झू जियानक्सी, हे होंगपिंग और कनाडा के प्रोफेसर कर्ट कोनहॉसर ने इस रहस्य की तह तक जाकर इसे समझने की कोशिश की। उनका दावा है कि धरती के अंदर होने वाली भूकंपीय गतिविधियां एक तरह का ‘जीवंत जनरेटर’ हैं। जब धरती के अंदर चट्टानें टूटती हैं और पानी के संपर्क में आती हैं, तब कीमियाई प्रतिक्रियाएं ऊर्जा का विस्फोट कर देती हैं।

धरती की चट्टानों में छुपी बिजली!
जमीन के भीतर क्वार्ट्ज नामक खनिज टूटते ही, पानी के अणु टूट जाते हैं और हाइड्रोजन गैस और सक्रिय ऑक्सीजन पैदा होती है — बिल्कुल जैसे बैटरी में इलेक्ट्रॉन का प्रवाह होता है। यह ऊर्जा उन सूक्ष्मजीवों के लिए जीवनदान है, जो बिना सूरज की रोशनी के भी जिंदा हैं।

क्यों है ये खोज क्रांति?
ये जीवन इतनी गहराई में है कि बाहरी खतरों जैसे पराबैंगनी किरणें या क्षुद्रग्रह हमलों का कोई असर नहीं होता। यानि ये जीवित संसार बेहद सुरक्षित वातावरण में अपनी कहानी लिख रहा है। भूकंप की हल्की-फुल्की कंपकंपी से हाइड्रोजन गैस निकलती है, जो इन जीवों को पोषण देती है। ये गहरे अंधेरे में चलने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाएं सूक्ष्मजीवों की आबादी को बनाए रखती हैं — एक अद्भुत चमत्कार!

अब समझिए, ये खोज न केवल पृथ्वी के भीतर छुपे जीवन को उजागर करती है, बल्कि जीवन की उत्पत्ति, अस्तित्व और ब्रह्मांडीय संभावनाओं के नए आयाम खोलती है। क्या सच में जीवन सिर्फ सतह तक सीमित है? नहीं, धरती के भीतर छुपा ये रहस्यमय जीवन हमें नए ब्रह्मांड के दरवाजे खोलने को तैयार है!

 

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