उत्तर प्रदेश की सियासत में छिड़ी 'ABCD' की जंग

उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों ABCD को लेकर बयानबाज़ी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी सरकार के कद्दावर मंत्री और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने सपा सरकार के कार्यकाल को अराजकता, भ्रष्टाचार और जातिवाद का प्रतीक करार दिया। राजभर ने तंज कसते हुए कहा कि सपा शासन में A से अराजकता, B से भ्रष्टाचार, C से चोर और D से दलाली ही शासन की पहचान थे। उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी को सच में ABCD आती होती, तो आज वे विपक्ष में न होते।
शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी सपा पर निशाना-
ओपी राजभर ने सपा सरकार के दौरान शिक्षा व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि उस समय सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की जगह नकल माफिया और भर्ती घोटालों का बोलबाला था। स्कूलों की टूटी-फूटी दीवारें, गिरती हुई छतें, गंदे शौचालय और घटती छात्र संख्या सपा शासन में शिक्षा की सच्चाई बयां करते थे।
वहीं, उन्होंने योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 96% से अधिक सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत 11,500 करोड़ रुपये के निवेश से स्कूलों का व्यापक बदलाव किया गया है। ‘स्कूल चलो अभियान’ की बदौलत इस साल 27 लाख से अधिक बच्चों का नामांकन हुआ है।
बालिका शिक्षा और आधुनिक स्कूलों पर फोकस-
कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने बताया कि अटल आवासीय विद्यालयों में 18,000 से ज्यादा श्रमिक और अनाथ बच्चों को मुफ्त शिक्षा और स्किल ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके साथ ही, प्रदेश के 1,722 पीएम-श्री स्कूलों में स्मार्ट क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी और आईसीटी लैब जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को भी तकनीकी और अधुनातन सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सपा का शासन भाई-भतीजावाद, तुष्टिकरण और जातिवाद से भरा था, जबकि भाजपा सरकार पारदर्शिता, समावेशी विकास और शिक्षा को प्राथमिकता दे रही है।
राजभर ने कटाक्ष करते हुए कहा, सपा राज में शिक्षा के मंदिर ढहाए गए, जबकि भाजपा राज में ज्ञान के दीप जलाए जा रहे हैं। उन्होंने 3.45 करोड़ बच्चों को स्कूल से दूर किया, हमने उन्हें किताब और क्लास से जोड़ा है।
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