शुगर वालों के लिए जहर नहीं, स्वास्थ्यवर्धक हैं ये 6 फल; रोजाना खाने से शुगर रहती है नियंत्रित

Anjali Shukla

पके और ताजे फल खाने से शरीर पर वैसा असर नहीं पड़ता जैसा प्रोसेस्ड और शुगर युक्त फूड्स जैसे केक और पेस्ट्री से पड़ता है। फलों में फाइबर, पानी और पॉलीफेनॉल्स मौजूद होते हैं, साथ ही विटामिन्स और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है।

फ्रंटियर इन एंडोक्राइनोलॉजी में प्रकाशित एक समीक्षा के अनुसार, साबुत और ताजे फल खाने से डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर काफी हद तक कम हो जाता है। हालांकि, यह तय करना मुश्किल होता है कि कौन-सा फल सुरक्षित है और कौन-सा नहीं। आइए जानते हैं 6 ऐसे फल जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स प्राकृतिक रूप से कम होता है।

क्या है फलों का सुरक्षित डोज

न्यूट्रिशन रिव्यू में प्रकाशित शोध बताते हैं कि डायबिटीज मरीज जो फल खाते हैं, उन्हें दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। फिर भी, उन्हें फल एक निश्चित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। एक बार में दो बड़े चम्मच से लेकर एक चौथाई कप फल खाना सुरक्षित माना जाता है।

सेब
इसका न केवल ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, बल्कि इसमें विटामिन सी, घुलनशील फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

नाशपाती
इस फल में 84% तक पानी होता है और इसमें भरपूर फाइबर व विटामिन्स पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण यह इंसुलिन सेंसिटिविटी भी बढ़ाता है।

अनार
डायबिटीज मरीजों के लिए यह फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

पतीता
इसमें मौजूद ढेर सारे पोषक तत्व ना केवल इसे डायबिटिक के लिए हेल्दी बनाते हैं, बल्कि हार्ट डिजीज से बचाव करने के लिए भी। इसमें मौजूद एंजाइम फ्री रेडिकल के खतरे से बचाते हैं।  

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.