हल्दी की खेती किसान के लिए नहीं है वरदान से कम
हल्दी का इस्तेमाल हर घर में होता है, ऐसे में इसकी मांग कम होने का सवाल ही नहीं उठता. वहीं इसका इस्तेमाल बहुत सी दवाएं बनाने में भी होता है. हल्दी से स्वास्थ्य को भी फायदा होता है, जिससे इसकी मांग और बढ़ जाती है. कोरोना काल में तो इसकी मांग में तगड़ा उछाल देखा गया है, क्योंकि हल्दी से इम्युनिटी बढ़ती है. वहीं इस खेती की खास बात यह भी है कि इसे तमाम जंगली जानवरों से भी कोई नुकसान नहीं होता है. हल्दी को कोई जानवर नहीं खाता है. नीलगाय और बंदर जैसे जानवर इससे दूर भागते हैं. बताते चलें कि हल्दी की खेती को कमाई वाली फसल कहा जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि ये बहुत से कार्यों में इस्तेमाल होने वाली फसल है. जिसकी मांग हमेशा बनी रहती है. हल्दी का इस्तेमाल मसाले, औषधि, ब्यूटी प्रोडक्ट्स व अन्य कई उत्पादों में होता है. इसके साथ ही हल्दी की खेती के दौरान अधिक पानी या फिर सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है. ये एक ऐसी फसल है जो कम लागत में उग सकती है और इससे अच्छी आमदनी की जा सकती है.
कब और कैसे की जाती है हल्दी की खेती?
इसकी खेती मई-जून के बीच की जाती है. हालांकि, जिन इलाकों में सिंचाई की सही सुविधा नहीं होती है, वहां पर मानसून की शुरुआत में यानी जुलाई के दौरान भी इसकी खेती की जाती है. अगर आपके खेत में पानी निकासी की अच्छी व्यवस्था है तो अगस्त मध्य तक भी इसकी बिजाई की जा सकती है. हल्दी की खेती मेड़ बनाकर की जाती है. इसके लिए हल्दी के छोटे-छोटे अंकुरित टुकड़ों को ही बोया जाता है और हल्दी थोड़ी बड़ी होने पर उस पर दोनों तरफ से मिट्टी चढ़ा दी जाती है. इसकी फसल 6-8 महीनों में तैयार हो जाती है. अगर आप हल्दी खुले खेत में लगाते हैं तो जमीन को नम बनाए रखने के लिए सिंचाई की जरूरत होगी, लेकिन अगर किसी पेड़ वाली फसल के बीच-बीच में हल्दी लगाते हैं तो छाया होने की वजह से अच्छी नमी रहेगी. ऐसे में आपको कम सिंचाई करने की जरूरत पड़ेगी.
हल्दी की है बेहद डिमांड
बाजार में हल्दी की काफी डिमांड है. भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी हल्दी की काफी मांग है. आप हल्दी को ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए भी अच्छे दामों में बेच सकते हैं.
हल्दी की खेती से होने वाली लागत
अगर आप एक हेक्टेयर भूमि में हल्दी की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं, तो लगभग 10,000 रुपये के बीज, 10,000 रुपये की खाद एवं मजदूरी शुल्क जो उस वक्त लागू हो वह आपको देना पड़ेगा. हल्दी की खेती से होने वाली आमदनी विशेष रूप से उत्पादन पर निर्भर होती है. एक हेक्टेयर भूमि में हल्दी का औसत उत्पादन 20-25 क्विंटल तक का होता है. अगर हल्दी की कीमत 200 रुपये किलो है, तो एक हेक्टेयर में हल्दी की खेती से लगभग 5 लाख तक की आमदनी की जा सकती है.
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