धरना स्थल पर डोल्फिन कंपनी की महिला मजदूरों ने हाथों पर लगाई मेहंदी

धरना स्थल पर डोल्फिन कंपनी की महिला मजदूरों ने हाथों पर लगाई मेहंदी बोली काश करवा चौथ से सुन पहले सुन लेता जिला प्रशासन


ऊधम सिंह नगर - पंतनगर स्थित सिडकुल की डोल्फिन कंपनी में नौकरी करने वाली महिलाओं की दशा सुनकर शायद आपकी आंखों से भी आंसूओं टपक पड़े, पिछले लंबे अर्से से शहर के गांधी पार्क में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही महिला श्रमिकों ने सी न्यूज भारत के संवाददाता के एम सलीम खान से अपने दर्द भरी दास्तां बयां करते हुए उनके आगे धरने से आ रही घौर परेशानियों से रुबरु करते हुए जो बातें कही शायद उन्हें सुनकर कोई पत्थर दिल इंसान भी कराह उठेंगे और उसकी आंखों से आंसूओं की बौछार शुरू हो जाएगी, लेकिन हमारी सरकार और प्रशासन को इन महिलाओं की कोई चिंता नहीं है बल्कि यू कहे तो बेहतर होगा कि सरकार और प्रशासन मूकदर्शक बनकर डोल्फिन कंपनी के प्रबंधक प्रिंस धवन के अत्याचारों का तमाशा देख रहा है,इन महिला मजदूरों ने बताया कि आज करवा चौथ का पवित्र त्यौहार है लेकिन हमने धरना स्थल पर अपने सुहाग की लंबी उम्र के हाथों पर मेहंदी लगाई है और हो सकता है कि हम पूजा अर्चना भी धरना स्थल पर ही करे, आंखों में आसूं भरकर इन महिला मजदूरों ने जो कुछ बताया उससे हृदयविदारक हो गया,एक महिला ने बताया कि आंदोलन के कारण उसके मासूम बच्चे की स्कूल फीस जमा नहीं हो पाई जिसकी वजह से उसे स्कूल से बाहर कर दिया गया, और पिछले कई हफ्तों से हम एक वक्त की रोटी खा कर गुजरा कर रहे हैं, वहीं एक अन्य महिला ने बताया कि डोल्फिन कंपनी में काम करने के दौरान उनका एक हाथ टूट गया था और उसी वक्त से उनके हाथ का उचित इलाज नहीं हो पाया जिसकी वजह से उनके हाथ में अत्यंत पीड़ा हो रही पैसे की तंगी से वो अपना बेहतर इलाज नहीं करा पा रही है, डोल्फिन कंपनी में काम करने वाले एक मजदूर ने बताया कि कंपनी में काम करने के दौरान उसका हाथ कट गया था, लेकिन कंपनी ने उसे कोई उचित मुआवजा नहीं दिया बल्कि उल्टा उसे कंपनी से बाहर कर दिया गया, उसने कहा कि जिस कंपनी को हमने अपने खून पसीने से सींचा उसी कंपनी के प्रबंधक प्रिंस धवन ने हम लोगों को भूखा मरने की कगार पर पहुंच दिया,एक मासूम बच्ची अपनी मां के हाथों पर मेहंदी लगाते रो पड़ी उसने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मुझे भर पेट भोजन नहीं मिला है और एक वक्त की रोटी खा कर गुजरा कर रहे हैं, कभी कभी तो सुबह का नाश्ता तक नसीब नहीं होता है,अब यहां उत्तराखंड की धामी सरकार और ऊधम सिंह नगर जिला प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े हो रहे, मसलन सरकार और प्रशासन किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है प्रशासन किसी अप्रिय घटना के बाद ही इन मजदूरों की सुध लेगा,हालत यह है कि यह मजदूर दो जून की रोटी के लिए तरस गए हैं, और सरकार और प्रशासन गूंगा बहरा बन कर तमाशा देख रहा है, जनता को समर्पित धामी सरकार को इन मजदूरों की ओर गंभीरता से देखना होगा ताकि इनकी जायज़ मांगों को जल्द पूरा करने में जिला प्रशासन गंभीरता दिखाएं,हम अपने चैनल के जरिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह करते हैं कि डोल्फिन कंपनी के मजदूरों को गंभीरता से लेते हुए इन्हें न्याय दिलाने में गंभीरता दिखाएं। 

संवाददाता - एम सलीम खान

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