“ऑपरेशन भरोसा: न्याय की नई राह”

उन्नाव - उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार सतर्क और सजग है। मिशन शक्ति, महिला हेल्प डेस्क और 1090 जैसी हेल्पलाइन सेवाओं ने महिलाओं की मदद के लिए मजबूत आधार तैयार किया है। लेकिन उन्नाव पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए एक अनोखी पहल की है 

एसपी दीपक भूकर ने ‘ऑपरेशन भरोसा’ नाम का एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसका मकसद महिलाओं की शिकायतों को और भी सहज, त्वरित और भरोसेमंद तरीके से हल करना है। पीड़ित महिला की शिकायत से लेकर अपराधी को जेल भेजना और न्यायालय में पैरवी कर के सजा दिलाने तक हर एक केस की मॉनिटरिंग होती है 
 
 ऑपरेशन भरोसा - कैसे करता है काम?
थानों में एक महिला आरक्षी को नोडल नियुक्त किया गया
हर महिला केस की मॉनिटरिंग – शिकायत से चार्जशीट तक
पीड़िता से नियमित संपर्क और केस की जानकारी साझा की जाती है
महिला आरक्षी बनती है पुलिस और पीड़िता के बीच की कड़ी

 इस पूरे ऑपरेशन को लीड SP दीपक भूकर के निर्देशन में उन्नाव की सीओ सिटी सोनम सिंह कर रही इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए बाकायदा एक टीम तैयार की गई थाने स्तर तक | थानों मे इंसाफ न्याय की गुहार लेकर पहुची महिला की शिकायत सुनने से लेकर न्याय दिलाने चार्जशीट लगाने तक ही नहीं सीमित है बल्कि अपराधी को जेल भेजने और  सजा दिलाने तक  पूरी मॉनिटरिंग किया जाना वादी महिला से लगता तार पुलिस की महिला सिपाही द्वारा बेहतर सम्बंध स्थपित करना उसके केस जी हर एक जानकारी वादी महिला को देना   "ऑपरेशन भरोसा"इस पहल का उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करना है। 

किन मामलों पर खास फोकस?
       यौन उत्पीड़न
       घरेलू हिंसा
     महिला अपहरण
  गुमशुदगी की शिकायतें

ऑपरेशन भरोसा जिले के सभी थानों  में एक महिला आरक्षी को नोडल के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नोडल आरक्षी महिला अपराधों, जैसे यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, महिला अपहरण और गुमशुदगी की शिकायतों को तुरंत उच्चाधिकारियों और बीट अधिकारियों तक पहुंचाएगी। "ऑपरेशन भरोसा" का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकना और पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाना है। अभियान के तहत नोडल आरक्षियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वे प्रभावी ढंग से शिकायतों का निपटारा कर सकें अपराधी को जेल भेजने से लेकर सजा दिलाने तक बारीकी से एक एक केस की जानकारी रखना इस पूरे ऑपरेशन भरोसा साप्ताहिक नोडल अधिकारी सोनम सिंह द्वारा मासिक SP दीपक भूकर द्वारा समीक्षा की जाती है 

 तो सवाल यह उठता है कि "आखिर कितना कारगर साबित हो रहा है ऑपरेशन भरोसा?" क्या महिलाओं की समस्याएं वाकई अब तेजी से हल हो रही हैं? इस सवाल का जवाब खुद ऑपरेशन भरोसा के डाटा रजिस्टर में छिपा है।

 डाटा रजिस्टर में दर्ज होती हर उम्मीद"
 शिकायत की एंट्री – शिकायतकर्ता का नाम गुप्त
कार्रवाई की स्थिति – किस स्तर तक पहुँचा मामला
पीड़िता से संपर्क – तारीख और समय दर्ज
फीडबैक कॉल्स – संतुष्टि या दोबारा फॉलोअप

 उन्नाव के 21 थानो  में एक अलग रजिस्टर तैयार किया गया है, जिसमें ऑपरेशन भरोसा के तहत दर्ज होने वाली हर शिकायत, उस पर की गई कार्रवाई, और फीडबैक को हर दिन अपडेट किया जाता है। इस रजिस्टर से साफ़ होता है कि महिलाओं की शिकायतों पर न केवल तुरंत कार्रवाई हो रही है, बल्कि उनका विश्वास भी पुलिस व्यवस्था में बढ़ा है।

उन्नाव जनपद में ऑपरेशन भरोसा के तहत 2025 में 80 अपराधियों को कोर्ट में पैरवी कर सजा दिलायी गई 
800 पीड़ित महिलाओं की शिकायत की समस्या सुनी गयी और मुकदमा दर्ज कर मॉनिटरिंग की जा रही है 

डाटा बताता है कि ऑपरेशन भरोसा न सिर्फ़ एक स्कीम है, बल्कि महिलाओं की आवाज़ को प्राथमिकता देने की एक ईमानदार कोशिश है। ऑपरेशन ना सिर्फ महिलाओं को सुरक्षा का भरोसा देता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। 

अब देखना होगा कि इस मॉडल को कब और कहाँ तक विस्तार मिलता है।

 रिपोर्टर- अजय कुमार

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