उत्तर प्रदेश का 2025 का बजट विधानसभा में पेश होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई! वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट का ऐलान करते हुए रामचरितमानस की चौपाई पढ़ी, जिससे पूरा सदन जैसे भक्ति और विकास के संगम में डूब गया। इस बार यूपी सरकार ने एक धमाकेदार बजट पेश किया है, जिसकी कीमत 8.5 लाख करोड़ रुपये है।
अब इस बजट में खास क्या है? सबसे पहले तो मिडिल क्लास, युवा, किसान और महिलाओं के लिए बड़े ऐलान किए गए हैं। उनके जीवन को और भी आसान बनाने के लिए सरकार ने योजनाओं की झड़ी लगाई है। मिडिल क्लास से लेकर किसानों तक, हर वर्ग को कुछ ना कुछ फायदा मिलने वाला है।
युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलने की तैयारी है, जबकि महिलाओं के लिए सुरक्षा और सशक्तिकरण के कदम उठाए गए हैं। लेकिन सबसे दिलचस्प हिस्सा वो है, जो धार्मिक पर्यटन से जुड़ा है। यूपी के धार्मिक शहरों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खास ऐलान किए गए हैं, जिससे न सिर्फ पर्यटन का उद्योग चमकेगा, बल्कि रोजगार भी मिलेगा।
- -वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट पेश करने से पहले शेर पढ़ा- अधूरी ख्वाहिशें जीने का मजा देती है, सब मांगें पूरी हो जाएंगी तो तमन्ना किसकी करोगे…
- -इस बार का बजट आकार 08 लाख 08 हजार 736 करोड़ 06 लाख रुपये है, जो वर्ष 2024-2025 के बजट से 9.8 प्रतिशत अधिक है.
- -बजट में पूंजीगत परिव्यय कुल बजट का लगभग 20.5 प्रतिशत है.
- -बजट में अवस्थापना विकास हेतु 22 प्रतिशत, शिक्षा हेतु 13 प्रतिशत, कृषि और सम्बद्ध सेवाओं हेतु 11 प्रतिशत, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में 6 प्रतिशत, सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों हेतु 4 प्रतिशत एवं संसाधन आवंटित किये गये हैं.
- -बजट में शोध एवं विकास तथा सूचना प्रौद्योगिकी पर भी ध्यान दिया है.
- -विधान सभा को आधुनिक आईटी सिस्टम्स से लैस करने के लिये बजट में विशेष रूप से व्यवस्था प्रस्तावित की गई है. यह प्रक्रिया आगे भी चलती रहेगी.
- -मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है.
- -राज्य सरकार द्वारा 10 सेक्टर यथा-कृषि एवं संवर्गीय सेवाएं, अवस्थापना, उद्योग, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा, पर्यटन, नगर विकास, वित्तीय सेवायें, ऊर्जा, पूंजी निवेश आदि चिन्हित करते हुये सेक्टरवार कार्ययोजना तैयार की गई है.
- -प्रदेश के प्राथमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आईसीटीलैब तथा स्मार्ट क्लासेज की स्थापना.
- -राजकीय पॉलीटेक्निकों में स्मार्ट क्लासेज तथा पूर्णतया डिजिटल लाईब्रेरी की स्थापना की योजना प्रस्तावित.
- -आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स को बढ़ावा देने हेतु सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स की स्थापना प्रस्तावित की गई.
- -प्रदेश में साईन्स सिटी, विज्ञान पार्कों और नक्षत्रशालाओं की स्थापना एवं नवीनीकरण की कार्ययोजना.
- -नगर निगमों के अलावा प्रदेश के जनपद मुख्यालय के 58 नगर निकायों को आदर्श स्मार्ट नगर निकाय के रूप में विकसित किये जाने हेतु विभिन्न योजनाओं के कनवर्जेन्स के माध्यम से कार्य कराया जायेगा.
- -प्रति नगर निकाय के लिये 2.50 करोड़ रुपये इस प्रकार कुल 145 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है.
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