श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास पंडित सोनू दुबे भारद्वाज ने बताया मानव जीवन का सार, श्रीकृष्ण की झांकी निकालीं

वाराणसी : जिले के पिंडरा तहसील क्षेत्र के बेलवा उपधान में चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास पंडित सोनू दुबे भारद्वाज ने मानव जीवन के सार को समझाया। उन्होंने कहा कि मनुष्य बाहरी सुख को ही वास्तविक मान लेता है। वह इस बात को नहीं समझता कि उसके भीतर दुखों का पहाड़ छिपा है। जो चीज एक पल सुख देती है, वही दूसरे पल दुख का कारण बन जाती है। व्यास जी ने श्रीमद् भागवत गीता का ज्ञान देते हुए बताया कि मनुष्य जन्म मिलने के बाद हमें ईश्वर को साक्षी मानकर काम करना चाहिए। लीलाओं की झांकी निकाली सभी कार्यों को समझकर करना चाहिए। कार्यक्रम में भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं की झांकी निकाली गई। मुख्य यजमान अंजनी मिश्रा, अनिल मिश्रा, अजय मिश्रा, अमित मिश्रा, नैतिक मिश्रा आदि व्यासपीठ ने आरती की। इसके बाद भक्तों को प्रसाद बांटा गया। कार्यक्रम के मुख्य यज्ञा चार्य पंडित सुरेश तिवारी, पंडित सतीश दुबे, पंडित अभिषेक तिवारी, पंडित रविकांत दुबे, हरीश दुबे और ग्रामीण उपस्थित रहे।

रिपोर्टर : आशीष मौर्य 

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