मालेगांव में स्वयंभू श्री तुलजाभवानी श्रद्धा का केंद्र
वाशीम - मालेगांव शहर में मालेगांव-केली रोड पर स्थित श्री तुलजाभवानी मंदिर में श्री तुलजाभवानी देवी की मूर्ति स्वयंभू है।श्री तुलजाभवानी देवी का मंदिर पूर्वाभिमुख है। मंदिर के शिखर की ऊँचाई 31 फीट है। मंदिर का गर्भगृह श्री क्षेत्र तुलजापुर के गर्भगृह के समान है। गर्भगृह में देवीवाहन सिंह की मूर्ति स्थापित है। मंदिर के सामने एक कुआँ है जिसमें साल भर पानी रहता है। मंदिर में श्री संतोषी माता और मंदिर के सामने आसरा माता की मूर्ति स्थापित है। श्री संत गजानन महाराज, श्री विट्ठल रुख्मिणी और शिव का मंदिर भी है। इस मंदिर में श्री विट्ठल रुख्मिणी, श्री गणेश, श्री शंकर, श्री नीलनाग, श्री हनुमान, शिववाहन नंदी की मूर्तियाँ स्थापित हैं। मंदिर के सामने एक मंडप है। इस मंदिर का निर्माण स्वर्गीय तुलजाराम गाभने ने करवाया था। मंदिर के सामने मंडप में श्री तुलजाराम गाभने की मूर्ति स्थापित है। मंदिर के पास औदुम्बर वृक्ष के नीचे शिवलिंग स्थापित है। इसके सामने शिववाहन नंदी की मूर्ति है। मंदिर में सुबह सूर्योदय और शाम को सूर्यास्त के समय आरती होती है। प्रत्येक मंगलवार, पूर्णिमा और नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं। नवरात्रि के अवसर पर मंदिर की रंगाई-पुताई की गई है। यह मंदिर मालेगांव शहर के मालेगांव केली रस्ते के पास स्थित है। संस्थान को रोशन किया गया है। अष्टमी के दिन संस्थान में होम का आयोजन किया जाएगा। मंदिर के पास मालेगांव लघु सिंचाई योजना का एक तालाब मोहित करता है। श्री तुलजाभवानी मंदिर में आकर, यहाँ का गर्भगृह देखकर मुझे श्री तुलजापुर स्थित गर्भगृह की याद आ गई। तुकाराम गावंडे ने कहा कि यह मेरे मन को प्रसन्न कर देता है।
रिपोर्टर - नागेश अवचार
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