8000 रुपये में बिक रहा ये पत्थर, लोग शौक से खरीद रहे

व्यक्ति की पसंद और शौक उसे दूसरे व्यक्ति से अलग बनाते है. जिसके चलते कई बार वो कुछ ऐसा कर जाते है जिसकी वजह से वो चर्चा का विषय बन जाते है. और वो ट्रेंड बन जाते है. ऐसा ही एक ट्रेंड इन दिनों मार्केट में चल रहा है. जहां लोग अब कुत्ते या बिल्ली को नहीं बल्कि पत्थरों को अपना पालतू बना रहे हैं. जी हां, आपको शायद ये मजाक लगे लेकिन ये बात सच है. लेकिन लोगों का ये शौक आज से नहीं है बल्कि 50 साल पुराना है, लेकिन चर्चा में अब चल रहा है.
गैरी डाहल नाम के एक शख्स ने अपने दोस्तों को उनके पालतू जानवरों के बारे में शिकायत करते हुए सुना जिसके बाद उन्हें पेट (PET)रॉक का ख्याल आया और अपने दोस्तों से कहा कि तुम लोगों को ऐसे पालतू जानवर रखने चाहिए जो पत्थर की तरह हो और सिर्फ सजावटी हो, पेट की जगह पेट रॉक को रखने से फायदा ये है कि इन्हें नहाने, खिलाने और घुमाने की कोई जरूरत नहीं है और कम पैसों में आपका मन बहलाने के लिए काफी है.
जिसके बाद 1970 में गैरी डहाल ने पेट रॉक बेचने की शुरुआत की. जिसका क्रेज इतना ज्यादा बढ़ गया की लोग इसे खरीदने के लिए मोटी रकम देने को तैयार हो गये है. जिस कारण गैरी ने इससे खूब पैसे बनाए.
क्या है पेट रॉक?
पेट रॉक एक चिकना पत्थर होता है. ये जब पहली बार मार्केट में बिकने के लिए आया तो इसके अंदर पुआल के बिस्तर रखे हुए थे और इस तरीके से तैयार किया गया था कि मानो ये कोई पेट हो! इसके साथ ही स्वाभाविक रूप से सांस लेने के लिए हवा के छेद भी बनाए गए थे.
बता दें दिसंबर 1975 के क्रिसमस सीजन के दौरान पेट रॉक बिक्री में काफी बढ़ोतरी हुई थी . लेकिन इसके बाद इसका क्रेज खत्म हो गया था. लेकिन 2022 में खिलौना कंपनी सुपर इंपल्स ने इसके राइट्स खरीद लिए और अब इनकी डिमांड फिर से बढ़ गई है.
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