दो लाख रुपए का हैं भगवन जगन्नाथ का पोशाक

इस साल की 7 जुलाई को इस्कॉन मंदिर से जगन्नाथ यात्रा निकाली जाएगी. ये यात्रा हर साल की आषाढ़ शुक्ल द्वितीया पर निकली जाती हैं. यात्रा को लेकर तैयारियां कई महीनों पहले से शुरु हो जाती हैं. और वहीं इस बार की बात करें तो इस बार भगवान जगन्नाथ भक्तों को दो लाख रुपये मूल्य की पोशाक पहनकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे. मुंबई, कोलकाता, वाराणसी के आठ कारीगर डेढ़ माह से भगवान के लिए पोशाक तैयार कर रहे हैं. तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं....
बेंगलुरू से आया हैं कपड़ा..
राघव पंडित दास प्रभु ने बताया करीब दो लाख रुपये से तैयार हो रही भगवान की पोशाक अत्यंत सुंदर है. बेंगलुरू से मंगवाए गए प्योर सिल्क के कपड़े से तैयार की जा रही हरे रंग की पोशाक पर कसीदेकारी के लिए उज्जैन से रेशम का धागा खरीदा गया है। दिल्ली के मोती व मुंबई से मंगवाए गए डायमंड से सुंदर सजावट की जा रही है.ड्रेस डिजाइनर पंकज नेत्र प्रभुजी के मार्ग दर्शन में मुंबई, कोलकाता, वाराणसी के आठ कारीगर डेढ़ माह से पोशाक तैयार करने में जुटे हैं. कार्यशाला के प्रभारी व्यासदेव प्रभुजी व मदनमोहन प्रभुजी हैं.
शृंगार के लिए पोशाक तैयार की जाती है..
इस्कॉन मंदिर परिसर में भगवान की पोशाक तैयार करने के लिए विशेष यूनिट स्थापित है. इसमें रथ यात्रा, जन्माष्टमी, राधा अष्टमी सहित अन्य पर्व त्यौहार पर भगवान के विशेष शृंगार के लिए पोशाक तैयार की जाती है.
विदेशों से आती हैं सामग्री..
भगवान की पोशाक तैयार करने के लिए कपड़ा, धागा, मोती, डायमंड, कुंदन आदि सामग्री देश के विभिन्न शहरों से मंगवाई जाती है. कई बार विदेशों से भी सामग्री मंगवाना पड़ती है. प्रतिवर्ष नित्यानंद त्रयोदशी पर भगवान का देश विदेशी फूलों से पुष्प विन्यास किया जाता है
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