कौन है हेमंत खंडेलवाल जो बनेंगें मध्य प्रदेश बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष...

मध्य प्रदेश बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल होंगे। हालांकि, इसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी है। बुधवार को इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। आज खंडेलवाल ने बीजेपी कार्यालय में अपना नामांकन पत्र जमा किया है। बता दें कि खुद प्रदेश के सीएम मोहन यादव खंडेलवाल के प्रस्तावक बने और उनका नमांकन पत्र जमा कराया।

वहीं, वर्तमान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी हेमंत खंडेलवाल का नामांकन पत्र दिया। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीरेंद्र कुमार खटीक, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भी हेमंत खंडेलवाल के पक्ष में नामांकन पत्र दिया। ऐसे में अब खंडेलवाल की प्रदेश अध्यक्ष बनना तय है। अब केवल आधिकारिक घोषणा बाकी है।

बीजेपी के लिए क्यों खास हैं खंडेलवाल?

रिपोर्ट्स के अनुसार, हेमंत खंडेलवाल सत्ता और संगठन के बीच समन्वय बनाने के लिए भी जाने जाते हैं। बताया जाता है कि उनका राजनीतिक सफर उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल की देखरेख में शुरू हुआ। उनके पिता भी हमेशा बीजेपी के साथ जुड़े रहे। वह बीजेपी के एक दिग्गज नेता रहे। साल 2007 में उनका निधन हो गया था। 

पिता ने सिखाई राजनीति की ABCD

जानकारी के अनुसार, जब हेमंत खंडेलवाल ने अपनी बीकॉम एलएलबी की पढ़ाई पूरी कर ली इसके बाद वह अपने पिता के साथ राजनीति में सक्रिय हो गए थे। हेमंत खंडेलवाल के पिता विजय कुमार खंडेलवाल साल 1996 से साल 2004 तक लगातार चार बार बैतूल से सांसद रहे।

बता दें कि साल 2007 में विजय कुमार खंडेलवाल का निधन हो गया। इसके बाद हुए लोकसभा उप चुनाव में पहली बार हेमंत खंडेलवाल ने किस्मत आजमाई और सफलता भी पाई। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के सुखदेव पांसे को भारी अंतर से हराया था। इस जीत के साथ ही हेमंत खंडेलवाल ने पहली बार सांसद बनकर राजनीति प्रवेश किया।

बैतूल बीजेपी के जिला अध्यक्ष भी रहे हेमंत खंडेलवाल

गौरतलब है कि साल 2008 में हुए परिसीमव के बाद बैतूल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हो गई। इसके बाद पार्टी हाईकमान ने हेमंत खंडेलवाल को साल 2010 में बैतूल बीजेपी का जिला अध्यक्ष बनाया गया।

बता दें कि साल 2013 में वह बीजेपी के टिकट से पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे। इस चुनाव के दौरान उन्होंने जीत हासिल की। कहा जाता है कि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा जो भी जिम्मेदारियों उनको दी गई उन्होंने बखूबी निभाया। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में हेमंत खंडेलवाल को हार का सामना करना पड़ा था। हार के बाद भी वह पार्टी और संगठन के साथ कदम से कदम मिलकर चलते रहे।

2023 में दूसरी बार पहुंच विधानसभा

इसके बाद साल 2023 में हुए विधान सभा चुनाव में हेमंत खंडेलवाल को दूसरी बार विधानसभा पहुंचे। कई राज्यों में हुए कई चुनावों में उनको पार्टी की ओर से बड़ी जिम्मेदारियां मिली, जिसको उन्होंने बखूबी निभाया

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