14 देशों से होकर गुजरने वाली दुनिया की सबसे लंबी सड़क की हैरतअंगेज़ दास्तान

अगर दुनिया की सबसे लंबी सड़क की कल्पना करें, तो पैन-अमेरिकन हाईवे सबसे पहले ज़ेहन में आता है। यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि कई महाद्वीपों, संस्कृतियों और मौसमों को जोड़ने वाली एक ऐतिहासिक यात्रा है। इतनी लंबी कि अगर कोई रोज़ाना लगभग 500 किलोमीटर भी सफर करे, तब भी इसे पूरा करने में दो महीने से ज़्यादा का समय लग जाए। इसकी सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह सड़क बिना एक भी यू-टर्न लिए सीधे 14 देशों से होकर गुजरती है, जो इसे दुनिया की सबसे अनोखी सड़कों में से एक बनाती है।

पैन-अमेरिकन हाईवे की शुरुआत अलास्का के प्रुडो बे से होती है, जो अमेरिका का बेहद ठंडा और दूरदराज़ इलाका है। यहां से यह सड़क उत्तरी अमेरिका होते हुए मध्य अमेरिका और फिर दक्षिण अमेरिका तक जाती है। अपने सफर के दौरान यह अमेरिका, मेक्सिको जैसे बड़े देशों से गुजरती है और फिर ग्वाटेमाला, एल साल्वाडोर, होंडुरास, निकारागुआ, कोस्टा रिका और पनामा जैसे मध्य अमेरिकी देशों को जोड़ती है। इसके बाद यह कोलंबिया से प्रवेश कर इक्वाडोर, पेरू, चिली और अर्जेंटीना जैसे दक्षिण अमेरिकी देशों तक पहुंचती है।

यह हाईवे केवल देशों को ही नहीं जोड़ती, बल्कि प्रकृति के अलग-अलग रूप भी दिखाती है। कहीं घने और रहस्यमयी जंगल मिलते हैं, तो कहीं अंतहीन सूखे रेगिस्तान। बर्फीले पहाड़, समुद्री तट, हरियाली से ढकी घाटियाँ और गर्म इलाकों की तपती सड़कें इस एक ही रास्ते पर आपको दुनिया की लगभग हर भौगोलिक झलक देखने को मिल जाती है। यही वजह है कि इसे दुनिया की सबसे रोमांचक और लोकप्रिय सड़कों में गिना जाता है।

अपनी अद्भुत लंबाई और खासियतों के चलते पैन-अमेरिकन हाईवे का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुनिया की सबसे लंबी मोटर योग्य सड़क के रूप में दर्ज है। अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको जैसे विशाल देशों में जगह और वैकल्पिक सड़कों की अधिकता के कारण इस हाईवे के कई अलग-अलग रूट मौजूद हैं, फिर भी इसे एक ही लंबी सड़क प्रणाली के रूप में माना जाता है।

अगर पूरे सफर की अवधि की बात करें, तो आमतौर पर इस हाईवे को पूरा तय करने में करीब 60 दिन लग जाते हैं। हालांकि यह पूरी तरह आपकी गाड़ी की रफ्तार, मौसम और रास्ते की परिस्थितियों पर निर्भर करता है। उदाहरण के तौर पर, कार्लोस सेंटामारिया नाम के एक यात्री ने इस यात्रा को पूरा करने में 117 दिन का समय लिया था। यह दिखाता है कि यह सफर सिर्फ दूरी का नहीं, बल्कि धैर्य और अनुभव का भी है।

चूंकि इस हाईवे का बड़ा हिस्सा स्पेनिश भाषा बोलने वाले देशों से होकर गुजरता है, इसलिए यात्रियों को सलाह दी जाती है कि सफर पर निकलने से पहले थोड़ी बहुत स्पेनिश जरूर सीख लें। इससे न सिर्फ स्थानीय लोगों से बातचीत आसान होती है, बल्कि यात्रा भी ज्यादा सुरक्षित और सुखद हो जाती है।

पैन-अमेरिकन हाईवे का इतिहास भी उतना ही रोचक है जितना इसका सफर। इसका निर्माण 1920 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ था, जिसका मुख्य उद्देश्य अमेरिका और आसपास के देशों में पर्यटन को बढ़ावा देना था। 1937 में इस सड़क के निर्माण और रखरखाव को लेकर 14 देशों के बीच आपसी समझौता हुआ। कई सालों की मेहनत और सहयोग के बाद आखिरकार 1960 में इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया।

आज पैन-अमेरिकन हाईवे सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि एक ऐसा रास्ता है जो अलग-अलग संस्कृतियों, भाषाओं और जीवनशैलियों को जोड़ता है। इस पर सफर करना मानो पूरी दुनिया को एक ही यात्रा में देखने जैसा अनुभव देता है।

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.