लिपस्टिक बनाने में क्या वाकई होता है जानवरों के तेल का इस्तेमाल?
लिपस्टिक लगाना हर लड़की की पहली पसंद होती है और सोलह श्रृंगार में भी ये शामिल होती है. किसी भी तरह का छोटा बड़ा फंक्शन हो लिपस्टिक के बिना सारा श्रृंगार अधुरा है. अपने अक्सर देखा होगा की महिलाओं के लिपस्टिक लगते ही उनका रूप और निखर आता है. वहीं अब तो मार्किट में भी तरह तरह के रंग की लिपस्टिक आने लगी है. अलग अलग ब्रांड और अलग अलग किस्म की लिपस्टिक मार्किट में आये दिन लांच होती हैं. लेकिन कई बार अपने सुना होगा की लिपस्टिक में जानवरों का तेल इस्तेमाल होता है. ये बात कितनी सच है आइये जानते हैं आज के इस आर्टिकल में....
दरअसल, कुछ लिपस्टिक ब्रांड्स में मछली के तेल का उपयोग किया जाता है. खासकर शार्क लिवर ऑयल (स्क्वेलीन) और मछली के स्केल (गुआनिन) से बनी सामग्री, जो होंठों को नमी और चमक प्रदान करती हैं.
हालांकि, अब जानवरों के तेल का इस्तेमाल लिपस्टिक में बहुत कम हो गया है. आजकल कई कंपनियां प्राकृतिक और पौधों से मिलने वाले तेलों का उपयोग करती हैं.
पहले की बात की जाए तो पहले सिर्फ जानवरों के तेल का इस्तेमाल ही नहीं बल्कि उनके शरीर के अंगों का भी इस्तेमाल लिपस्टिक बनाने के लिए किया जाता था. लेकिन अब बहुत से ब्रांड वैगन कॉस्मेटिक्स को प्रेफर करने लगे हैं.
अब कई ब्रांड वेजिटेरियन और नैचुरल इंग्रेडिएंट्स का उपयोग करके लिपस्टिक बनाते हैं. वैगन कॉस्मेटिक्स को प्राथमिकता दी जाती है.
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