ग्रामीण तबके के युवाओं को गांव में ही मिलेगी डिजिटल लाइब्रेरी की सौगात*

बाराबंकी : आधुनिकता के दौर में ग्राम पंचायत स्तर पर छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने और उन्हें डिजिटल साक्षरता से जोड़ने के लिए बाल एवं किशोर डिजिटल पुस्तकालय खोलने की तैयारी है। बाराबंकी जिले की 168 ग्राम पंचायतों में यह पुस्तकालय खोलने की कार्ययोजना है। शुक्रवार को जिलाधिकारी श्री शशांक त्रिपाठी ने मुख्य विकास अधिकारी श्री अन्ना सुदन के साथ कलेक्ट्रेट स्थित लोकसभागार में ग्राम पंचायत स्तर पर बाल एवं किशोर डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना के लिए जिला स्तरीय समिति की समीक्षा बैठक की। जिला पंचायतराज अधिकारी/सदस्य सचिव श्री नीतेश भोंडेले ने बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना हेतु कुल 168 ऐसी ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है जिनमें 02 या 02 से अधिक कक्ष वाले एवं एक हॉल की उपलब्धता है। प्रथम चरण में धनराशि की उपलब्धता के दृष्टिगत चिन्हित कुल 336 ग्राम पंचायतों में से मात्र 168 में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना का कार्य कराया जाएगा। प्रत्येक डिजिटल पुस्तकालय स्थापित हेतु 400000.00 का अनुदान शासन द्वारा निर्गत किया गया है। जिसमें से 2.00 लाख रुपये में से एक लाख तीस हजार रुपये में हार्डवेयर नेटवर्किंग, कैमरे के साथ स्मार्ट एल0 ई0 डी0 टी0वी0 एवं डेस्कटॉप का क्रय, शेष 70 हजार रुपये फर्नीचर, अलमारी आदि पर खर्च किए जाएंगे, जबकि शेष 2.00 लाख रुपये पुस्तकों और डिजिटल सामग्री के लिए होंगे। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम स्तर पर डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना का कार्य शीघ्रता के साथ किया जाए और प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित पुस्तकें भी लाइब्रेरी में उपलब्ध कराई जाए जिससे ग्रामीण छात्रों को गांव में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के अवसर प्राप्त हो सके। इसके अलावा पुस्तकालय में फर्नीचर व अन्य सभी सुविधाएं भी मुहैया कराई जाए। इस अवसर पर सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

प्रत्येक विधानसभा में बनेगा पंचायत उत्सव भवन 

जिला पंचायतराज अधिकारी ने बताया कि पंचायतीराज विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में उचित दर पर मांगलिक आयोजनो हेतु प्रत्येक विधान सभा में 1.41 करोड़ रूपये की लागत से पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है।

252 ग्राम पंचायतों में पंचायत प्रतिपूर्ति एवं प्रोत्साहन योजना

जनगणना वर्ष 2011 के आधार पर 1500 तक आबादी की ग्राम पंचायतों के लिये स्वयं के संसाधन से आय आधारित पंचायत प्रतिपूर्ति एवं प्रोत्साहन योजना के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश निर्गत किये गये है। जनपद में कुल 252 ग्राम पंचायतें सम्मिलित है। सम्मिलित 252 ग्राम पंचायतों को ओ०एस०आर० (स्वयं के संसाधन से आय) अर्जित करने पर पंचायत प्रतिपूर्ति एवं प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्वयं के संसाधन से अर्जित आय की पांच (05) गुणा धनराशि सम्बन्धित ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जायेगी।

आर०आर०सी सेंटर का संचालन ग्राम पंचायतों द्वारा कराने के दिये निर्देश

जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) मैनेजमेन्ट कमेटी के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा एस०एन०ए०स्पर्श के माध्यम से ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत हुए निर्माण कार्य जैसे आर०आर०सी०, सोकपीट एवं अन्य निर्माण इकाई का भुगतान नियमानुसार करने के निर्देश दिए गए। साथ ही साथ आर०आर०सी० एवं प्लास्टिक बेस्ट मैनेजमेन्ट यूनिट के संचालन हेतु ग्राम पंचायतो को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनपद में निर्मित समस्त आर०आर०सी सेंटर का संचालन ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाए।


रिपोर्टर : नफीस अहमद

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