7 मई को मॉक ड्रिल... हवाई हमले में जान बचाने के लिए खास पहल || Cnews Bharat
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। सरहद पर तनाव अपने चरम पर है, और युद्ध की आशंका अब महज़ अटकल नहीं, एक चेतावनी बन चुकी है। हालात को देखते हुए केंद्र सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है — और इसी कड़ी में 7 मई यानी कल देश के 244 जिलों में एक बड़ी सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल होने जा रही है।इस ड्रिल का मकसद साफ है — अगर संकट की घड़ी आ ही जाए, तो देश का हर नागरिक तैयार हो, चौकन्ना हो, और जान बचाने के तरीके जानता हो।सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कोई आम एक्सरसाइज नहीं है। ये युद्ध या आपदा की स्थिति में नागरिकों को बचाने की रणनीति है। जानकारों की मानें, तो ये ऐसा प्रशिक्षण है जो हर आम इंसान को असाधारण हालात में खुद को और दूसरों को बचाने की ताकत देता है।कुल मिलाकर ड्रिल का मकसद है — डर नहीं, तैयारी! गृह मंत्रालय ने राज्यों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ड्रिल के दौरान पांच बिंदुओं पर ज़ोर दिया जाए: जैसे -
सायरन बजाकर चेतावनी देना - लोगों को पहले ही हमले खबर होनी चाहिए
छात्र हों या बुज़ुर्ग, सभी को सिखाया जाएगा कि हमला होने पर क्या करें
तुरंत ब्लैकआउट की व्यवस्था, बिजली गुल कर दुश्मन की नज़रों से बचने की रणनीति
एयरबेस, पावर प्लांट, रेडार स्टेशन जैसे ठिकानों को ढंकने की प्रैक्टिस
इवैकुएशन प्लान का रिहर्सल , लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की योजना पर अमल
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