PMGSY की सड़कों में भ्रष्टाचार गरियाबंद में बीच सड़क खड़े बिजली के खंभे, पहली बारिश में उखड़ने लगी डामर

गरियाबंद :  गरियाबंद जिले में प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बनी सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। छुरा तहसील के घटकर्रा गांव में 31.63 लाख रुपये की लागत से बनी 700 मीटर लंबी सड़क पहली ही बारिश में उखड़ने लगी है। सड़क के बीचों-बीच खड़े बिजली के खंभे दुर्घटनाओं को दावत दे रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (PM-JANMAN) के तहत बनी सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही हैं। छुरा तहसील के ग्राम पंचायत घटकर्रा में हाल ही में बनी सड़क की हालत इतनी खराब है कि पहली बारिश में ही डामर उखड़ने लगा है।

सड़क निर्माण में लापरवाही

करीब 31.63 लाख रुपये की लागत से बनी 0.700 किमी लंबी सड़क में घटिया सामग्री उपयोग करने और बारिश के दौरान ही डामरीकरण कराने के आरोप ग्रामीणों ने लगाए हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि सड़क के बीच कई जगहों पर बिजली के खंभे उसी अवस्था में छोड़ दिए गए हैं, जिससे कभी भी गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

ग्रामीणों का विरोध, पर कार्रवाई नहीं

स्थानीय PVTG (विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह) ग्रामीणों ने निर्माण की शुरुआत से ही अनियमितताओं की शिकायत की थी। विरोध के चलते कुछ दिन काम रुका भी रहा, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण में कार्य फिर शुरू कर दिया गया। ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

विभाग की सफाई और सवाल

PMGSY के कार्यपालन अभियंता लक्ष्य पूरा करने की बात कहकर सवालों से बचते नजर आए। वहीं ठेकेदार मेसर्स बाफना कंस्ट्रक्शन के सुपरवाइजर ने निर्माण कार्य को गुणवत्तापूर्ण बताते हुए सभी आरोपों को खारिज कर दिया।

सरकार की मंशा और जमीनी हकीकत

PM JANMAN योजना का उद्देश्य विशेष पिछड़ी जनजातियों को सालभर सड़क संपर्क सुविधा देना है। लेकिन गरियाबंद में यह योजना भ्रष्टाचार मनोज और लापरवाही की शिकार होती नजर आ रही है, जिससे आदिवासी अंचलों के विकास का सपना अधूरा रह सकता है।

रिपोर्टर : मनोज गोस्वामी

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