जेएमएफ द्वारा संचालित जन गण मन इंग्लिश स्कूल और विद्यामंदिर में छात्र परिषद चुनाव के ज़रिए लोकतंत्र का अभ्यास

डोंबिवली : भारत में 18 वर्ष से ऊपर के हर नागरिक को मतदान का अधिकार प्राप्त है। लेकिन 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में भी इस अधिकार को लेकर गहरी उत्सुकता और सम्मान होता है। इसी को समझते हुए जेएमएफ शिक्षा संस्था के अंतर्गत संचालित जन गण मन इंग्लिश मीडियम सेकेंडरी स्कूल और विद्यामंदिर में 28 और 30 जून को छात्र परिषद चुनाव का आयोजन किया गया।
इस चुनाव में कक्षा पहली से लेकर दसवीं तक के सभी विद्यार्थियों को मतदान का अधिकार दिया गया। हर छात्र के मन में यह भावना थी कि उनकी समस्याओं को समझने और उन्हें आगे रखने के लिए कोई प्रतिनिधि होना चाहिए। इसी सोच के साथ कई विद्यार्थियों ने उम्मीदवार के रूप में चुनाव में हिस्सा लिया।
हर कक्षा से कुछ छात्रों ने आगे आकर अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की और सहपाठियों का विश्वास जीतने का प्रयास किया। एक विशेष कक्षा को मतदान केंद्र में परिवर्तित किया गया, जहाँ गोपनीयता का पूर्ण ध्यान रखा गया। छात्रों ने जिस उम्मीदवार पर उन्हें विश्वास था, उसका नाम मतपत्र पर लिखकर मतपेटी में डाला।
चुनाव को यथार्थ रूप देने के लिए दो छात्रों ने पुलिस की भूमिका निभाई और पहचान पत्र देखकर ही विद्यार्थियों को मतदान केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी। इस अवसर पर रंग-बिरंगे वेशभूषा में सजी छात्राओं ने संस्था के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राजकुमार कोल्हे और सचिव डॉ. प्रेरणा कोल्हे का पारंपरिक स्वागत किया।
मतदान की शांतिपूर्ण और अनुशासित प्रक्रिया देखकर डॉ. राजकुमार कोल्हे भावुक हो उठे। उन्होंने कहा,"एकता की शक्ति अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन जिन मित्रों को आप विश्वास के साथ चुनते हैं, उन्हें भी अपने कर्तव्य में ईमानदारी और संयम बनाए रखना होगा।"
डॉ. प्रेरणा कोल्हे ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा,"सिर्फ इसलिए कि आपको मतदान का अधिकार मिला है, इसका दुरुपयोग न हो—इसका भी ध्यान रखना ज़रूरी है।"
सभी उम्मीदवारों और मतदाताओं को शुभकामनाएं दी गईं। विद्यार्थियों के साथ-साथ सभी शिक्षकों ने भी शैक्षणिक और सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वाह करते हुए मतदान में भाग लिया।
मतगणना के दो दिन बाद पदग्रहण समारोह बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नवनिर्वाचित विद्यार्थियों को संस्थापक और सचिव के हाथों पदाधिकारी बैज प्रदान किए गए। इसके साथ ही डॉ. प्रेरणा कोल्हे ने नवनिर्वाचित छात्रों को उनकी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के बारे में मार्गदर्शन दिया।
मुख्याध्यापिका ज्योति व्यंकटरमण और तेजवती कोटीयन ने छात्रों से शपथ वचन दिलवाया। इस दौरान डॉ. राजकुमार कोल्हे ने कहा,"आपको मिला हुआ यह पद और छात्रों का विश्वास अमूल्य है—आपका कार्य निश्चित ही प्रशंसनीय रहेगा।"
कार्यक्रम के अंत में सभी विजयी विद्यार्थियों का तालियों की गूंज के बीच अभिनंदन किया गया। कला एवं खेल शिक्षकों के साथ अन्य सहयोगी शिक्षकों ने आयोजन की ज़िम्मेदारी संभाली। कार्यक्रम का संचालन छात्राएँ श्रुति चौधरी और स्नेहा कल्प ने किया तथा मीरा देवघरे ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस भव्य आयोजन में डॉ. हेरंब और डॉ. विलास लडडे (चार्टर्ड अकाउंटेंट) की विशेष उपस्थिति रही।
रिपोर्टर : दिपक मोरे
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