डॉ विवेक यादव ने बताए हार्टअटैक से बचने के उपाय

आज हार्ट अटैक केवल उम्रदराज लोगों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि 20–22 साल के युवाओं में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आधुनिक जीवनशैली, असंतुलित खान-पान, जंक फूड का अधिक सेवन, तनाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी इसके मुख्य कारण बन रहे हैं। युवाओं में यह बदलाव विशेष चिंता का विषय है क्योंकि इससे उनके भविष्य और जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए समय रहते स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन बेहद आवश्यक है।इसी मुद्दे पर यूपी के जाने-माने रेडियोलॉजिस्ट और सिग्मा डायग्नोस्टिक सेंटर, लखनऊ के डायरेक्टर, डॉ. विवेक कुमार यादव खास बातचीत की .... और उन्होनें इस मुद्दे पर खुलकर चर्चा की ... 

Early signs of heart attack - Chd City Hospital

सवाल:  20-22 साल के लोगों में भी हार्ट अटैक आ रहा है, तो हाइपरटेंशन इसका कितना बड़ा कारण है?

डॉ. विवेक के मुताबिक ,  बहुत बड़ा रिस्क फैक्टर है मायोकार्डियल इंफैक्ट या हार्ट अटैक के लिए। सीने में दर्द उठता है, लेकिन लोग इसे अक्सर इग्नोर कर देते हैं। कभी-कभी ऐसा भी लगता है कि पैरों की नस चढ़ जाती है या दर्द कहीं और फील होता है।

सवाल: अगर सीढ़ी चढ़ने या तेज कदम से थोड़ी दूर चलने के बाद चेस्ट में हल्का दर्द हो, तो क्या?

जाने-माने रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विवेक ने कहा कि,  ऐसे मामलों में लगभग 99% संभावना होती है कि हार्ट में कहीं ना कहीं ब्लॉकेज है।

Visual Guide To Heart Attacks

सवाल: हार्ट अटैक की जांच कैसे करवाई जा सकती है?

डॉ. विवेक ने बताया कि सीटी स्कैन कर प्रॉपर देखा जा सकता है कि कहां-कहां कैल्शियम डिपॉजिट है और कितना प्रतिशत ब्लॉकेज है। अगर जरूरत पड़ी तो एंजियोग्राफी की सलाह दी जाती है।

सवाल: आजकल के युवा हार्ट अटैक के शिकार क्यों हो रहे हैं?

जाने-माने रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विवेक का इस मुद्दे पर कहना है कि इसके कई कारण हैं। हमारी लाइफस्टाइल, नींद की कमी, लगातार स्ट्रेस, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, और फास्ट फूड का अधिक सेवन मुख्य कारण हैं। इसके अलावा पोस्ट कोविड स्थिति भी हार्ट के लिए जोखिम बढ़ाती है।

सवाल: कोविड का हार्ट पर क्या असर होता है?

डॉ. विवेक का जवाब: कोविड से वेसल्स पर असर पड़ता है, खून थोड़ा थिक हो जाता है और कोएगुलेबलिटी बढ़ जाती है। पहले से आर्टरी पतली या ब्लॉकेज वाली स्थिति में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

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सवाल: लाइफस्टाइल की वजह से ब्लॉकेज कैसे होता है?

डॉ. विवेक ने बताया कि अधिक फैट और ट्राइग्लिसराइड के कारण वेसल की वॉल मोटी हो जाती है, जिससे बीच का रास्ता पतला हो जाता है। अचानक एक्सरसाइज या शारीरिक दबाव से ब्लॉकेज और दर्द हो सकता है।

सवाल: जिम या डांस करने वाले भी हार्ट अटैक का शिकार क्यों हो सकते हैं?

डॉ. विवेक के मुताबिक , ऐसे लोगों की लाइफस्टाइल स्ट्रेसफुल होती है, रात-रात जागना, ड्रग्स या अल्कोहल का सेवन हार्ट के लिए रिस्क बढ़ाते हैं।

सवाल: कितने युवा हार्ट की जांच करवाते हैं?

डॉ. विवेक ने इस विषय पर बताया कि,  अवेयरनेस कम है। लोग सोचते हैं कि हार्ट अटैक सिर्फ बूढ़ों को होता है। इसलिए युवा अक्सर जांच करवाने से बचते हैं।

सवाल: सीने में हल्का दर्द या पैरों में नस चढ़ने जैसा अनुभव हो तो क्या करना चाहिए?

डॉ. विवेक ने सलाह दी कि , किसी भी सिम्टम को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कारण कई हो सकते हैं, जैसे गैस्ट्रिक अल्सर, पित्ताशय की पथरी या हार्ट की समस्या। हार्ट अटैक का दर्द तेज होता है, पसीना आता है, और दर्द हाथ तक जा सकता है।

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सवाल: हेल्दी हार्ट का पता कैसे चलता है?

डॉ. विवेक का कहना है कि ,  एक्सरसाइज या सीढ़ी चढ़ने के दौरान सांस फूलना या चेस्ट में दर्द हार्ट में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है। इसके लिए ईसीजी, टीएमटी और सीटी एनजीओ जैसी जांच की जा सकती है।

सवाल: सीटी एनजीओ की क्या खासियत है?

डॉ. विवेक ने बताया कि यह नॉन-इनवेसिव जांच है और कैल्शियम डिपॉजिट व ब्लॉकेज का प्रतिशत बताती है। यदि ब्लॉकेज ज्यादा है तो एंजियोग्राफी की आवश्यकता होती है।

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सवाल: हार्ट अटैक की जांच किस उम्र में करानी चाहिए?

डॉ. विवेक ने कहा कि , अब कोई उम्र सीमा नहीं है। अगर शरीर संकेत दे रहा है जैसे चेस्ट पेन या सांस फूलना, तो जांच तुरंत करानी चाहिए।

डॉ. विवेक का स्पष्ट संदेश है कि हार्ट अटैक अब सिर्फ बुजुर्गों की समस्या नहीं है। समय पर जागरूकता, सही जीवनशैली, संतुलित खानपान, पर्याप्त नींद और नियमित जांच युवाओं के लिए बेहद जरूरी है। हार्ट से जुड़े छोटे-छोटे लक्षणों की अनदेखी गंभीर परिणाम ला सकती है, इसलिए किसी भी तरह का दर्द या असुविधा होने पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।

तो अगर आप भी कराना चाहते हैं , कोई जांच सटीकता के साथ तो सोचना क्या सम्पर्क करें 

सिग्मा इमेजिंग एंड डायग्नॉस्टिक्स

(विश्वास से समर्पण तक)

एल.जी.एफ.लीला टॉवर, खसरा नं. 120, रायपुर, आई.आई.एम रोड, लखनऊ 

मोबाइल नंबर 
9129436669, 9198196669

 

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