डी एन ए परीक्षण से उस अज्ञात युवा प्रेत का पुष्टि होगी

महाराष्ट्र : गडचिरोली आरमोरी पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत अरसोडा जंगल में एक सप्ताह पहले मिले एक युवक के आंशिक रूप से जले और सड़ चुके शव का रहस्य सुलझाने में आरमोरी पुलिस को अभी तक सफलता नहीं मिली है। इस बीच, पुलिस ने यह पता लगाने के लिए परिवार के सदस्यों से रक्त के नमूने लिए हैं कि यह धानोरा तालुका से लापता व्यक्ति का शव है या नहीं। उनके डीएनए का शव के डीएनए से सत्यापन किया जाएगा। यदि वे मेल खाते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि शव किसका है और रहस्यमय मौत की गुत्थी आसानी से सुलझ जाएगी। यह भी स्पष्ट नहीं है कि शव पुरुष का है या महिला का। शव के बाएं पैर और दाहिने हाथ के पास एक छोटे बच्चे का पंजे जैसा हिस्सा मिला है। इसलिए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सास या ससुर की हत्या कर शव को जंगल में ठिकाने लगाने का प्रयास किया गया था। इस रहस्यमय मौत के रहस्य को सुलझाने के लिए, पुलिस ने विदर्भ के सभी जिलों और गढ़चिरौली जिले के सभी पुलिस स्टेशनों की जाँच की है कि क्या कोई गुमशुदगी दर्ज है। तदनुसार, धनोरा तालुका में एक व्यक्ति (पुरुष) के लापता होने की सूचना मिलने के बाद, पुलिस ने डीएनए परीक्षण के लिए व्यक्ति के रिश्तेदारों के रक्त के नमूने लिए। मृतक की उम्र लगभग 25 वर्ष थी, जिसके शरीर पर आंशिक रूप से जली हुई आसमानी रंग की टी-शर्ट, मेंहदी के रंग का गमछा, लेटर पैड का बुक और जली हुई स्मार्ट घड़ी मिली। शव को व्यक्ति की हत्या कर सबूत मिटाने के इरादे से अरसोदा जंगल में लाया गया होगा, लेकिन शव आंशिक रूप से जला हुआ था। शव मिलने के समय सड़ चुका था। इसलिए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शव को कम से कम 15 दिन पहले यहां फेंका गया था। यह देखना सभी की निगाहें हैं कि अरमोरी पुलिस इस चुनौतीपूर्ण मामले को सुलझाने में कब सफल होंगे।

संवाददाता : चंद्रशेखर पुलगम

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