कोनसरी में आयोजित एक भव्य समारोह में लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड (एलएमईएल) की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन

चामोर्शी: सतत प्रगतिशील महाराष्ट्र के विकास और गडचिरोली जिले की औद्योगिक क्रांति में एक नया अध्याय जोड़ते हुए, मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस 22 जुलाई 2025 को कोनसरी में आयोजित एक भव्य समारोह में लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड (एलएमईएल) की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और कंपनी के विशाल एकीकृत स्टील परियोजना की आधारशिला रखेंगे।
श्री फडणवीस गडचिरोली जिले के हेडरी में 5 मिलियन टन प्रतिवर्ष (एमटीपीए) लौह अयस्क ग्राइंडिंग प्लांट के पहले चरण, हेडरी से कोनसरी तक 10 एमटीपीए क्षमता की स्लरी पाइपलाइन और कोनसरी में 4 एमटीपीए क्षमता वाले पेलेट प्लांट का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा, 22 जुलाई को दोपहर 12 बजे होने वाले कार्यक्रम में वे 4.5 एमटीपीए क्षमता के एकीकृत स्टील प्रोजेक्ट, 100-बेड के अस्पताल और सीबीएसई पैटर्न पर आधारित विद्यालय का भूमिपूजन करेंगे। साथ ही, वे सोमनपल्ली स्थित एलएमईएल के कर्मचारी आवास परिसर का भी भूमिपूजन करेंगे।
इस कार्यक्रम में गडचिरोली जिले के सहप्रभारी मंत्री अड. आशिष जयस्वाल, विधायक श्री धर्मराव बाबा आत्राम, विधायक श्री मिलिंद नरोटे, एलएमईएल के प्रबंध निदेशक श्री बी. प्रभाकरन, गडचिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री अंकित गोयल, जिलाधिकारी श्री अविश्यंत पांडा, पूर्व सांसद श्री अशोक नेते, पूर्व विधायक डॉ. देवराव होळी, कोनसरी के सरपंच श्री श्रीकांत पावडे, पद्मश्री श्रीमती तुलसी मुंडा और अन्य गणमान्य अतिथि प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे।
गडचिरोली के औद्योगिक विकास में यह एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण पड़ाव है। पिछले कुछ वर्षों में, एलएमईएल ने सूरजगढ़ लौह अयस्क खदान और कोनसरी में डीआरआई और पेलेट प्रोजेक्ट शुरू कर स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खोले हैं। इसके साथ ही, समर्पण कर चुके नक्सलियों को भी कंपनी ने उद्योग-केंद्रित कौशल प्रशिक्षण देकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है।
इस औद्योगिक क्रांति ने गडचिरोली के समग्र विकास को अभूतपूर्व गति प्रदान की है। एलएमईएल के प्रबंध निदेशक श्री बी. प्रभाकरन ने कहा,"22 जुलाई 2025 का दिन गडचिरोली और महाराष्ट्र के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। कोनसरी में विदर्भ की पहली एकीकृत स्टील परियोजना की आधारशिला रखकर गडचिरोली को भारत के 'स्टील हब' के रूप में विकसित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, “140 साल पहले ही गडचिरोली भारतीय स्टील उद्योग का जन्मस्थान बन सकता था — आज वह घड़ी आई है। अब गडचिरोली के उज्ज्वल भविष्य का समय आ गया है।”एलएमईएल को इस औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करने का गर्व है। सूरजगढ़ में हरित तरीके से संचालित लौह अयस्क खदान, कोनसरी में डीआरआई और पेलेट प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन के बाद, अब एकीकृत स्टील परियोजना के रूप में एक बड़ी छलांग ली जा रही है।
हम महाराष्ट्र सरकार, मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस की दूरदर्शिता और सहयोग, गडचिरोली के नागरिकों तथा अपने सभी भागीदारों का आभार प्रकट करते हैं। 22 जुलाई को गडचिरोली के उज्ज्वल भविष्य, महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था में नए योगदान और भारत के 'ग्रीन स्टील' निर्माण के राष्ट्रीय लक्ष्य की दिशा में आधारशिला रखी जाएगी।”
रिपोर्टर : श्रीकांत गद्देवार
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