भाजपा नगरसेवक अमोल गुडेल्लीवार ने मुख्याधिकारी गणेश शहाणे से की महत्वपूर्ण मांग
गडचिरोली : अहेरी शहर के इंदिरानगर (बेघर कॉलोनी) क्षेत्र में पिछले 40 वर्षों से कई परिवार राजस्व विभाग की भूमि पर रह रहे हैं। लेकिन अब तक इन परिवारों के पास अपनी जमीन का मालिकाना हक नहीं है और न ही जमीन के पट्टे उपलब्ध हैं। इसी कारण उन्हें कई सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है। इनमें से कई परिवार आज भी कच्चे और जर्जर मकानों में रह रहे हैं। इस गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए भाजपा नगरसेवक अमोल गुडेल्लीवार ने नागरिकों के हक के लिए आगे आकर पहल की। उन्होंने अहेरी नगर पंचायत के मुख्याधिकारी गणेश शहाणे को निवेदन देकर यह मांग की कि
“इंदिरानगर (बेघर कॉलोनी)” के नागरिकों को उनके जमीन के मालिकाना हक दिए जाएं। उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी-2) के तहत नए आवास (घरकुल) स्वीकृत किए जाएं।
साथ ही, “बेघर कॉलोनी” जैसी पहचान को बदलकर उस क्षेत्र को एक सम्मानजनक नाम दिया जाए।इस पर मुख्याधिकारी गणेश शहाणे ने इस मांग को सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा —“सभी नागरिक तुरंत नगर पंचायत में आवेदन करें। आने वाले तीन महीनों में सभी प्रक्रिया पूरी की जाएगी और पात्र नागरिकों को उनकी जमीन का मालिकाना हक देकर नया घर मंजूर किया जाएगा।”
इस आश्वासन से बेघर कॉलोनी के नागरिकों में जबरदस्त खुशी का माहौल है।
लगभग चार दशकों के इंतजार के बाद अब इन परिवारों का अपने घर का सपना साकार होने जा रहा है।
निवेदन देते समय भाजपा नगरसेवक अमोल गुडेल्लीवार के साथ इंदिरानगर (बेघर कॉलोनी) के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस निर्णय से “बेघर” शब्द अब इतिहास बन जाएगा!
रिपोर्टर : संजय यमसलवार


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