झांसी में ‘खराब टोंटी बदलो अभियान’ का सफल समापन

झांसी : भीषण गर्मी और जल संकट की चुनौती झेलते समाज में जब कोई छोटा-सा प्रयास बड़े बदलाव की बुनियाद रखता है, तो वह आंदोलन बन जाता है। ऐसा ही एक सराहनीय प्रयास झांसी में देखने को मिला, जहां "खराब टोंटी बदलो अभियान" के माध्यम से लोगों ने न सिर्फ टपकते नलों को बदला, बल्कि जल संरक्षण का एक प्रेरक संदेश भी दिया। जिला जनकल्याण महासमिति झांसी एवं रानी झांसी फाऊंडेशन झांसी के तत्वावधान में इस अभियान के अंतर्गत शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों—जैसे नगरा, प्रेमनगर, नंदनपुरा, मिशन कंपाउंड, रेलवे क्षेत्र, पुलिया नंबर 9, हंसारी, बिजौली, आईटीआई परिसर, सीपरी, लहर की देवी मंदिर, सारंधा नगर, ईसाई टोला, करारी और पाल कॉलोनी आदि में 50 से अधिक स्थानों पर टपकती व टूटी हुई टोंटियों को बदला गया। इस अभियान की विशेषता यह रही कि इसमें समाज के विभिन्न वर्गों के नागरिकों ने व्यक्तिगत स्तर पर भागीदारी निभाई और कई ने स्वयं टोंटी बदलकर उदाहरण प्रस्तुत किया। अभियान का संचालन जिला जनकल्याण महासमिति झांसी एवं रानी झांसी फाउंडेशन झांसी द्वारा संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र कुमार तिवारी के नेतृत्व में किया गया। विशेष बात यह है कि यह ‘खराब टोंटी बदलो अभियान’ डॉ. जितेन्द्र कुमार तिवारी के संयोजन में प्रति वर्ष नियमित रूप से चलाया जाता है, जिसके माध्यम से हर साल लाखों लीटर पानी की बचत होती है। यह झांसी ही नहीं, बल्कि देश और प्रदेश के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल बनता जा रहा है। समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित झांसी के सांसद अनुराग शर्मा ने कहा— "झांसी ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि नागरिक जब जागरूक होते हैं तो कोई भी समस्या बड़ी नहीं रहती। खराब टोंटी बदलना भले ही छोटा कार्य लगे, पर जब इससे हर दिन हजारों लीटर पानी बचता है, तो यह एक महान कार्य बन जाता है। यह केवल नल नहीं, मानसिकता बदलने का प्रयास है।" उन्होंने अभियान में भाग लेने वाले सभी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। डॉ. जितेन्द्र कुमार तिवारी बताया कि यह अभियान केवल टोंटी बदलने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य समाज को "जिम्मेदार नागरिक" बनने की ओर प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति सार्वजनिक संसाधनों की चिंता करता है, तो वही समाज निर्माण में भागीदार बनता है। इस अभियान में सतेंद्र कुमार तिवारी, निशा सैनी, प्रभात यादव, प्रिया शर्मा, राहुल सैनी, आर. एन. उपाध्याय, बी. पी. नायक, अजय तिवारी, शिल्पी गुप्ता, स्पृहा़ श्रीवास्तव, अनिरुद्ध शर्मा, पंकज झा सहित अनेक स्वयंसेवकों ने न केवल सार्वजनिक स्थलों पर टोंटियाँ बदलीं, बल्कि आमजन में जागरूकता भी फैलाई। स्थानीय नागरिकों ने भी इस पहल की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और भविष्य में ऐसे सामाजिक अभियानों में सहयोग की प्रतिबद्धता जताई। यह अभियान इस बात का प्रमाण बन गया है कि छोटे-छोटे बदलाव जब जनभागीदारी से जुड़ते हैं, तो वे बड़े सामाजिक परिवर्तन की नींव रख सकते हैं। इस अवसर पर सौरभ जेजुरकर, ओमप्रकाश , सभासद मंयक श्रीवास्तव सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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