श्रील प्रभुपाद आविर्भाव दिवस इस्कॉन ने मनाया

झाँसी :  आज इस्कॉन मंदिर में अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन ) के संस्थापक-आचार्य, कृष्ण कृपा मूर्ति ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपाद का जन्मोत्सव हर्षोल्लास एवं भक्ति-भाव से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत श्रील प्रभुपाद की महिमा-वर्णन से हुई। भक्तों ने बताया कि किस प्रकार झाँसी से ही श्रील प्रभुपाद ने इस्कॉन की वैश्विक यात्रा का प्रारंभ किया था। वे न केवल भारतवर्ष में, बल्कि संपूर्ण विश्व में भगवद्भक्ति एवं श्रीकृष्ण संकीर्तन आंदोलन को पहुँचाने वाले अद्वितीय आचार्य थे। श्रील प्रभुपाद ने असंभव से प्रतीत होने वाले कार्य को संभव किया और लाखों लोगों के जीवन को भक्ति से जोड़ दिया। इसके पश्चात श्रील प्रभुपाद का भव्य अभिषेक संपन्न हुआ। सैकड़ों भक्तों ने इस अद्भुत दृश्य का दर्शन कर गहन आध्यात्मिक आनंद का अनुभव किया। दोपहर में मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारा (प्रसाद वितरण) का आयोजन हुआ, जिसमें हज़ारों श्रद्धालु एवं नगरवासी सम्मिलित हुए और प्रभुपाद की कृपा से दिव्य प्रसाद का लाभ प्राप्त किया। जगद्गुरु श्रील प्रभुपाद की कृपा के साथ-साथ परम पूज्य लोकनाथ स्वामी महाराज एवं श्रीमान देवकीनंदन प्रभु का सतत मार्गदर्शन एवं प्रेरणा एवं उनके नेतृत्व एवं आशीर्वाद से झाँसी का यह मंदिर भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र के रूप में निरंतर प्रगति कर रहा है।अध्यक्ष ब्रजभूमि दास, उपाध्यक्ष व्रज जन रंजन दास, प्रिय गोविन्द दास, दामोदर बंधु दास एवं सुंदर मोहन दास, पीयूष रावत, सुरेंद्र राय, महेश सर्राफ, राजीव अग्रवाल, अशोक सेठ, अजय अग्रवाल, अन्योर दास, रमेश राय, मनीष नीखरा, आई.के. पांडे, रचित अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, अभय जैन, करमवीर, दीपक सोनी, प्रफुल्ल सिंघल, परम आश्रय दास, जितेन्द्र राठौर, सौरभ अग्रवाल, उमेश लिटोरिया, वैभव अग्रवाल, अंकित राय, अंकुश त्रिपाठी, निमेष खन्ना, नीरज अग्रवाल, रूपक कनोडिया, मोहित सिंह आदि मौजूद रहे हैं। पीयूष रावत ने आभार व्यक्त किया।

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