सीमा घटने से कई पद बदल सकते हैं, स्थानीय राजनीति में बढ़ी हलचल

 गडचिरोली : राज्य भर में जिला परिषद एवं पंचायत समितियों के आरक्षण पुनर्गठन की प्रक्रिया एक बार फिर तेज हो गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित 50 प्रतिशत की सीमा के मुताबिक ओबीसी, एससी व एसटी को मिलने वाले कुल आरक्षण की समीक्षा की जा रही है। इससे कई जिलों में ओबीसी वर्ग को मिलने वाला पूर्ण आरक्षण अब संकट में पड़ सकता है। गडचिरोली जिला परिषद में भी इस बदलती समीकरण से राजनीतिक और सामाजिक हलचल बढ़ गई है।

सरकार ने मांगे आंकड़े, विभागों में हलचल

राज्य सरकार ने सभी जिला परिषदों से पदों की श्रेणीवार जानकारी, बैकलॉग रिक्तियां और जनसंख्या-आधारित आरक्षण विवरण तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
जिला परिषद प्रशासन ने संबंधित विभागों को रिकॉर्ड तैयार करने के आदेश जारी कर दिए हैं। माना जा रहा है कि आरक्षण के इस नए समीकरण में कई पद ओबीसी से हटकर अन्य वर्गों में जाने की संभावना है।

50% सीमा लागू होते ही बदलेगा पूरा स्वरूप

वर्तमान में कई पंचायत समितियों में आरक्षण की कुल संख्या 55 से 60 प्रतिशत तक पहुंच चुकी थी। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के बाद इसे घटाकर 50 प्रतिशत में लाना अनिवार्य है।
इसके चलते कई पदों का आरक्षण बदल सकता है, कुछ पद घट सकते हैं, जबकि कुछ पदों का वर्गीकरण पूरी तरह बदल सकता है।

जनप्रतिनिधियों व संभावित उम्मीदवारों में बढ़ी बेचैनी

आरक्षण बदलाव की तैयारी से जिले में राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ गई है।
कई संभावित उम्मीदवारों को अपनी सीटें बदलने का अंदेशा है, जिससे स्थानीय राजनीति में ऊहापोह की स्थिति है।
कुछ सामाजिक संगठनों ने सरकार से पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने और जनसंख्या आधारित निष्पक्ष आरक्षण देने की मांग की है।

नगर पंचायतों में भी संशोधन के संकेत

आरक्षण पुनर्गठन प्रक्रिया केवल जिला परिषद तक सीमित नहीं है।
नगर पंचायतों में भी संभावित बदलाव की जानकारी मिलने के बाद उम्मीदवारों में संशय की स्थिति बन गई है।
गडचिरोली शहर तथा अन्य नगर पंचायतों में नई आरक्षण सूची का सीधा असर चुनावी समीकरण पर पड़ेगा।

1 दिसंबर से शुरू होगी दस्तावेज़ों की जांच

जिला प्रशासन ने बताया कि 1 दिसंबर से सभी विभागों द्वारा भेजे गए आंकड़ों की जांच शुरू की जाएगी।
इसके बाद संशोधित आरक्षण सूची जारी की जाएगी, जो आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों की दिशा और दशा तय करेगी।


रिपोर्टर : चंद्रशेखर पुलगम 

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