पाकुड़: लिट्टीपाड़ा प्रखंड में शुद्ध पेयजल योजना की धीमी प्रगति पर उठे सवाल|
पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सैकड़ों गांवों में शुद्ध पेयजल की कमी को लेकर चिंता बढ़ गई है। लिट्टीपाड़ा बहु ग्रामीण योजना (217 करोड़) की धीमी प्रगति पर विधायक हेमलाल मुर्मू ने विधानसभा में सवाल उठाया। मंत्री ने मामले की जांच कराने का निर्देश दिया है। योजना की नींव 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रखी थी और इसे 2020 तक पूरा किया जाना था। लेकिन विभाग के अभियंताओं और ठेकेदारों की लापरवाही के कारण काम अब तक पूरा नहीं हो पाया। लिट्टीपाड़ा के आदिवासी और पहाड़ी ग्रामीण अब भी नदी और झरना कूप के पानी पर निर्भर हैं। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अब योजना तेजी से पूरी होगी और नल से शुद्ध जल मिलेगा।

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