महाराष्ट्र में सभी को शास्त्रीय मराठी भाषा पर गर्व होना चाहिए - प्रो. डॉ. धारुरकर

पनवेल 9: सरकार के निर्देशानुसार, आयुक्त एवं प्रशासक मंगेश चितले के मार्गदर्शन में पनवेल नगर निगम द्वारा 03 से 09 अक्टूबर 2025 तक शास्त्रीय मराठी भाषा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसी पहल के अंतर्गत, आज पनवेल नगर निगम और शासकीय शिक्षक महाविद्यालय, पनवेल के सहयोग से त्रिपुरा केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. विजय धारुरकर द्वारा 'शास्त्रीय मराठी भाषा का सौंदर्य और नई दिशा' विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। शास्त्रीय मराठी भाषा के प्रचार, प्रसार और गौरव के लिए आयोजित इस व्याख्यान में, धारुरकर ने मराठी भाषा के इतिहास और संस्कृति की व्याख्या करते हुए शास्त्रीय मराठी भाषा के महत्व को समझाया। उन्होंने कवि मुकुंदराज के विवेकसिंधु से लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज के भाषाकोश और आज्ञापत्रों की जानकारी देकर मराठी भाषा के प्रयोग का महत्व समझाया। उन्होंने कवि कालिदास की काव्यशैली और श्री चक्रधर स्वामी के लीला चरित्र पर भी महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ कीं। प्रो. धारुरकर ने स्वातंत्र्यवीर सावरकर के मराठी भाषा शुद्धि आंदोलन, पी.एल. देशपांडे की रचनाओं, कवि कुसुमाग्रज और मराठी लेखकों के योगदान के बारे में श्रोताओं को महत्वपूर्ण और विस्तृत जानकारी दी।
पनवेल के शासकीय शिक्षक महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पनवेल नगर निगम की उपायुक्त मंगला मालवे, शासकीय शिक्षक महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. डॉ. रमा भोसले, नगर सचिव अक्षय कदम, जनसंपर्क अधिकारी नितिन साके, प्रो. बिजली दड़पे, प्रो. प्रियंका सुभेदार, प्रो. नीलिमा मोरे, प्रो. उज्ज्वला डोन आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कार्तिकी सोनटक्के ने किया। शास्त्रीय मराठी भाषा पर सूचनात्मक प्रदर्शनी का आयोजन शास्त्रीय मराठी भाषा सप्ताह के अवसर पर, पनवेल नगर निगम द्वारा विभिन्न स्थानों पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। आज यह प्रदर्शनी शासकीय शिक्षक महाविद्यालय में आयोजित की गई। महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने इस प्रदर्शनी को बहुत सराहा।
रिपोर्टर : प्रवीण लाहे
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