9 बजे से 10 बजे तक खाली रहे कमरे घंटों से इंतजार करतें रहे मरीज

रीवा -  सिविल अस्पताल सिरमौर में डाक्टरों की मनमानी और दबंगई इस कदर हावी है की मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है आपको बता दे कि जबसे सिरमौर बीएमओ प्रशांत शुक्ला बने है तब से वहा के डाक्टर अपने मनमर्जी पर उतारू हो गए हैं जहां आज सुबह से देखा गया की मरीज ओपीडी के लिए बैठे थे लेकिन ओपीडी समय 9 से 10 बजे तक कोई भी डाक्टर नही दिखा और कमरे में ताले लटकते रहे जिसमे कई मरीजो को प्राइवेट क्लिनिको का सहारा लेना पड़ा इस तरह का यह पहला मामला नहीं है यहां पर सभी पदस्थ डाक्टर अपने प्राइवेट क्लिनिक चलाने में मस्त है तो वो 1 बजे के आसपास दिखाई देगे वहीं लोगो का कहना है कि सिरमौर बीएमओ के ही संरक्षण में सब कुछ हो रहा है वो खुद ही समय से नही आते हैं उन्ही के रास्ते पर वहा के डाक्टर भी चल दिए हैं वहीं रीवा ज़िले के ही निवासी उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला जो स्वास्थ्य मंत्री भी है उन्ही के नाक के नीचे इस तरह की भर्रेसाही चल रही है और सिविल अस्पताल सिरमौर होने के बाद भी लोगो को समय से उपचार नही मिल पा रहा है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह ने अपने प्रयास से सिरमौर की अस्पताल को सिविल अस्पताल बनवाया ताकि यहां की जनता को सही उपचार मिल सके पर यहां के बीएमओ और डाक्टर उनके सपने को चकनाचूर करने में लगे हैं वहीं सिरमौर की आम जनता ने स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ सहित जिला कलेक्टर रीवा का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है एवं जल्द से जल्द इस समस्या का निराकरण करने की मांग की है।

रिपोर्टर - अर्जुन तिवारी 

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